तियानजिन, चीन। चीन के तियानजिन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई।
在天津上海合作组织峰会期间,我与习近平主席举行了富有成果的会晤。我们回顾了自上次喀山会晤以来印中关系的积极发展势头。我们一致认为保持边境地区的和平与安宁十分重要,并重申了在相互尊重、互利共赢和相互体谅的基础上加强合作的承诺。 pic.twitter.com/ughJElPTMW
— Narendra Modi (@narendramodi) August 31, 2025
इस बैठक में पीएम मोदी ने सीमा पार आतंकवाद का मुद्दा उठाकर पाकिस्तान को करारा झटका दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद न केवल भारत, बल्कि चीन को भी प्रभावित करता है।
SCO Meeting: आतंकवाद पर भारत का रुख और चीन का समर्थन
बैठक के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने सीमा पार आतंकवाद को एक प्राथमिकता के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा, “यह भारत और चीन दोनों को प्रभावित करता है, और इसलिए यह जरूरी है कि हम एक-दूसरे को समझ और समर्थन दें।” उन्होंने यह भी बताया कि SCO के मौजूदा दौर में आतंकवाद के मुद्दे पर चीन का सहयोग मिला है।
SCO Meeting: सीमा विवाद पर चर्चा
दोनों नेताओं के बीच सीमा विवाद पर भी बातचीत हुई। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि सीमा पर शांति बनाए रखना भारत-चीन संबंधों के लिए एक बीमा पॉलिसी की तरह है। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब पूर्वी लद्दाख में चार साल से अधिक समय तक चले सीमा गतिरोध के बाद दोनों देशों के संबंध तनावपूर्ण हो गए थे।
SCO Meeting: ऑपरेशन सिंदूर और बदलते समीकरण
यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल ही में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान चीन ने पाकिस्तान का समर्थन किया था। इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए थे। हालांकि, भारत के जोरदार पलटवार के बाद पाकिस्तान को चार दिनों में ही संघर्ष विराम के लिए मजबूर होना पड़ा था। इस संदर्भ में, SCO बैठक में चीन का भारत को समर्थन मिलना एक बड़ा कूटनीतिक बदलाव माना जा रहा है।