Mahalaya Amawasya 2025: महालया के पावन अवसर पर धनबाद के हीरापुर स्थित हरिमंदिर काली मंदिर में मां दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। यह आयोजन तड़के सुबह 4 बजे महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र के पाठ के साथ आरंभ हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
महालया हिंदू पंचांग के अनुसार वह दिन है जो पितृपक्ष के समापन और शारदीय नवरात्रि की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। इस दिन मां दुर्गा का पृथ्वी पर आगमन होता है, और मूर्तिकार देवी प्रतिमा की आंखों में रंग भरकर उसे अंतिम रूप देना शुरू करते हैं। इससे मां दुर्गा की प्रतिमा में जीवन का संचार माना जाता है।
हरि मंदिर परिसर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। मंदिर के पुजारी भजन दा ने बताया कि महालया के दिन विशेष रूप से मां काली की पूजा की जाती है और यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। पूजा के दौरान मंदिर में भक्ति संगीत, मंत्रोच्चार और आतिशबाजी का भी आयोजन हुआ, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया।
भक्तों ने मां का आशीर्वाद प्राप्त कर अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। इस आयोजन ने महालया के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को उजागर करते हुए श्रद्धालुओं के बीच गहरी आस्था का संचार किया।