राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री Tej Pratap Yadav ने बिहार विधानसभा चुनाव में वैशाली की महुआ सीट से अपनी उम्मीदवारी को लेकर एक और बड़ा सियासी बयान दिया है।
गुरुवार को महुआ में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में तेज प्रताप ने कहा, “मुझे जिताना मतलब लालू जी को जिताना है। मेरी रगों में लालू जी का खून है।” उन्होंने अपनी राजनीतिक विरासत और परिवार के नाम का खुलकर जिक्र किया।
मौजूदा विधायक मुकेश रौशन पर सीधा हमला
तेज प्रताप ने मौजूदा आरजेडी विधायक मुकेश रौशन पर निशाना साधते हुए उन्हें “बहुरूपिया” करार दिया। उन्होंने कहा, “जब-जब मैं महुआ आता हूं, तब-तब यहां का बहुरूपिया विधायक रोने लगता है। इस बार रोए तो झुनझुना थमा दीजिएगा।”
ये बयान पूर्व में वायरल हुए उस वीडियो संदर्भ में है, जिसमें तेज प्रताप के महुआ से चुनाव लड़ने के निर्णय के बाद मुकेश रौशन भावुक हो गए थे।
मैं ही असली वारिस, तेजस्वी हैं अर्जुन: Tej Pratap
कार्यक्रम में तेज प्रताप यादव ने अपनी विरासत और परिवार को लेकर भावनात्मक अपील की—”मुझे जिताना मतलब लालू यादव को जिताना… मैंने महुआ के लिए मेडिकल कॉलेज दिया, और कई काम किए हैं।”
तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए बोले, “तेजस्वी को हमने अर्जुन माना था, जरूरत पड़ेगी तो मुरली बजाकर याद दिला देंगे। मेरा किससे क्या रिश्ता है, ये बताने की जरूरत नहीं।”
पार्टी और परिवार से बाहर, ‘टीम Tej Pratap’ के साथ मैदान में
तेज प्रताप फिलहाल राजद से 6 साल के लिए निष्कासित हैं और परिवार से भी दूर हैं। अब वे ‘टीम तेज प्रताप’ नाम से नई मुहिम में लगे हैं, और आरजेडी की हरी टोपी छोड़कर पीली टोपी—अपनी नई पहचान बना चुके हैं।
चुनावी सफर और रणनीति
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2015: पहली बार महुआ सीट से विधायक बने,
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2020: समस्तीपुर की हसनपुर सीट से चुनाव लड़ा,
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2025: फिर से महुआ से निर्दलीय (या टीम तेज प्रताप के बैनर पर) चुनाव लडऩे का ऐलान।
तेज प्रताप ने महुआ में जहां अपनी विरासत—लालू जी का खून—की दुहाई दी, वहीं नौजवानों और क्षेत्र के विकास के नाम पर जनता से समर्थन मांगा। उनकी ‘टीम तेज प्रताप’ और खुले तेवरों ने चुनावी अभियान में नई हलचल पैदा कर दी है।
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