Patna: Khan Sir: बिहार में शिक्षक बहाली प्रक्रिया में अब डोमिसाइल नीति को लागू करने का फैसला नीतीश सरकार ने किया है, जिसे छात्रों की बड़ी जीत बताया जा रहा है।
#WATCH Patna: On the SSC exam controversy, Educator and YouTuber Khan Sir says, “In SSC, useless people have taken charge. Those who have no work left. The police’s behaviour was also very wrong. Inhuman language was used against the teacher. The police should not forget that we… pic.twitter.com/J5s8Zfqjrc
— ANI (@ANI) August 4, 2025
चर्चित यूट्यूबर और शिक्षक नेता खान सर ने इस फैसले को छात्रों की लगातार कोशिशों और धरनों का परिणाम करार दिया है। खान सर ने कहा कि करीब 8 महीने तक छात्रों ने अपने हक के लिए प्रदर्शन किया, जिसकी वजह से सरकार को आखिरकार हस्तक्षेप करना पड़ा।
डोमिसाइल नीति लागू, छात्रों की लड़ी जीत: Khan Sir
खान सर ने कहा, “पता नहीं अधिकारियों को क्या हो गया था जो 8-9 महीने तक समय बर्बाद करते रहे। छात्रों ने गर्दनीबाग में लाठीचार्ज झेला, लेकिन अब वही लोग मान रहे हैं जिन्हें चुनौती दी गई थी। यह साबित करता है कि सरकार ने जानबूझकर समय खपाया।”
नीतीश कुमार ने खुद ट्वीट करके बताया कि अब शिक्षक बहाली में बिहार के निवासियों (डोमिसाइल) को प्राथमिकता दी जाएगी। शिक्षा विभाग को इसके लिए नियम में आवश्यक संशोधन करने के निर्देश दिए गए हैं। यह नीति टीआरई-4 से प्रभावी होगी।
Khan Sir News: टीआरई-3 सप्लीमेंट्री रिजल्ट की मांग
खान सर ने एक अन्य मांग करते हुए कहा कि टीआरई-3 परीक्षा के सप्लीमेंट्री रिजल्ट को तुरंत जारी किया जाना चाहिए। कई ऐसे अभ्यर्थी हैं जिनके लिए यह अंतिम मौका था, फिर भी वे मेरिट लिस्ट में आने के बावजूद नौकरी से वंचित रह गए हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सप्लीमेंट्री रिजल्ट टीआरई-4 से पहले जारी होना आवश्यक है।
चुनाव से पहले अन्य बड़े फैसले
नीतीश सरकार ने चुनाव से पहले लगातार कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। इनमें विधवा, दिव्यांग और बुजुर्ग पेंशन में बढ़ोतरी, 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली, शिक्षा क्षेत्र के रसोइयां, रात्रि प्रहरी तथा शारीरिक शिक्षा और स्वास्थ्य अनुदेशकों के मानदेय में वृद्धि शामिल हैं।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि वर्ष 2025 में टीआरई-4 और 2026 में टीआरई-5 परीक्षा के आयोजन के साथ-साथ टीआरई-5 के पूर्व एसटीईटी परीक्षा भी आयोजित की जाएगी।
डोमिसाइल नीति लागू करने से शिक्षक शिक्षक बहाली प्रक्रिया में बदलाव आएगा और बिहार के स्थानीय युवाओं को बड़ी राहत मिलेगी। इसके साथ ही सप्लीमेंट्री रिजल्ट की मांग छात्रों की आवाज़ बन कर सामने आई है। चुनाव से पहले सरकार के ये कदम मतदाताओं के बीच उसके पक्ष में सकारात्मक माहौल बनाने की कोशिश हैं।
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