तेहरान: ईरान और इज़रायल के बीच जारी तनाव के बीच ईरान की राजधानी Tehran और बाबोलसर में मंगलवार को दो ज़ोरदार धमाकों की खबर सामने आई है।
यह धमाके ऐसे समय पर हुए जब कुछ घंटे पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इज़रायल से संयम बरतने और ईरान पर बमबारी न करने की अपील की थी।
इन घटनाओं ने हाल ही में घोषित युद्धविराम की सफलता पर एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है।
Tehran में दो धमाके, कैस्पियन तट पर गूंजे धमाकों के सायरन
ईरानी समाचार एजेंसी मिजान और अखबार शार्ग के अनुसार, धमाके तेहरान से लगभग 200 किलोमीटर दूर बाबोल और बाबोलसर में भी सुने गए। इन क्षेत्रों में एयर डिफेंस सिस्टम को सक्रिय कर दिया गया है।
हालांकि ईरानी सरकार ने हमले की पुष्टि नहीं की है, लेकिन क्षेत्रीय अखबारों ने इसे इज़रायली मिसाइल हमले से जोड़ते हुए रिपोर्ट किया है।
ट्रंप ने जताई नाराज़गी, युद्धविराम के टूटने पर दी चेतावनी
डोनाल्ड ट्रंप ने इज़रायल-ईरान संघर्ष में मंगलवार तड़के युद्धविराम की घोषणा की थी और दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की थी। लेकिन कुछ ही घंटों बाद ईरान पर हुए कथित इज़रायली हमले ने उस प्रयास पर पानी फेर दिया।
ट्रंप ने कहा:
“दोनों पक्षों ने युद्धविराम की शर्तों का उल्लंघन किया है। मैं इज़रायल से भी खुश नहीं हूं। यदि यह जारी रहा, तो गंभीर परिणाम होंगे।”
इज़रायल का जवाब: रडार सिस्टम को बनाया निशाना
इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने बयान जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से बात करने के बाद एक भीषण हमले को टाल दिया।
इज़रायल ने बताया कि उन्होंने केवल ईरान के मिसाइल हमले के जवाब में एक रडार सिस्टम को निशाना बनाया है और आगे किसी बड़ी सैन्य कार्रवाई से परहेज किया गया है।
अब तक की स्थिति:
- इज़रायल ने पिछले 12 दिनों में ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें फोर्डो, नतांज और इस्फहान शामिल हैं।
- इन हमलों में ईरान के कम से कम 10 परमाणु वैज्ञानिक मारे गए, जिनमें अमेरिका द्वारा प्रतिबंधित मोहम्मद रज़ा सेदीघी साबेर भी शामिल हैं।
- ईरान ने जवाब में कतर स्थित अमेरिकी अड्डे पर सीमित हमला किया था, जिसकी कतर और संयुक्त राष्ट्र ने निंदा की।
Tehran News: मध्य पूर्व में तनाव बरकरार
हालांकि तुर्की और मिस्र जैसे देशों ने युद्धविराम का स्वागत किया है, लेकिन लगातार हो रहे उल्लंघन इस बात के संकेत दे रहे हैं कि मध्य पूर्व एक नए व्यापक संघर्ष की ओर बढ़ सकता है।
युद्धविराम की कोशिशों के बावजूद जमीनी हकीकत अलग ही कहानी कह रही है।
इज़रायल की सैन्य कार्रवाई और ईरान की जवाबी धमकी ने यह साबित कर दिया है कि दोनों देश तनाव कम करने के बजाय रणनीतिक दबाव बनाने में जुटे हुए हैं। अमेरिका की कोशिशों के बावजूद क्षेत्र में स्थायित्व लाना फिलहाल एक दूर की कौड़ी नजर आ रहा है।