Chirag Paswan on West Bengal Gangrape Case– पश्चिम बंगाल में एक लॉ की छात्रा के साथ हुई गैंगरेप की दिल दहला देने वाली घटना पर पूरे देश में रोष है। इस मामले में अब केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पटना में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने पश्चिम बंगाल की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए और कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए ताकि कानून का राज बहाल हो सके और निष्पक्ष चुनाव कराए जा सकें।
चिराग पासवान ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने कहा, “जिस तरह से एक मासूम छात्रा के साथ दरिंदगी की गई है, वह बेहद शर्मनाक है। यह दर्शाता है कि राज्य में अपराधियों का मनोबल बढ़ चुका है और सरकार मूक दर्शक बनी हुई है।”
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि यह कोई पहली घटना नहीं है। पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और राज्य सरकार इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस पर यह भी आरोप लगाया कि वह पुलिस प्रशासन का राजनीतिक इस्तेमाल कर रही है और कई मामलों में आरोपियों को बचाने का प्रयास किया गया है।
उन्होंने राष्ट्रपति शासन की मांग करते हुए कहा, “जब तक राज्य में निष्पक्ष शासन नहीं होगा, तब तक न तो चुनाव स्वतंत्र रूप से हो सकते हैं और न ही आम नागरिक खुद को सुरक्षित महसूस कर सकते हैं। राष्ट्रपति शासन लगाना अब वक्त की मांग बन चुका है।”
इस घटना ने पूरे देश में महिला सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है। पीड़िता एक लॉ की छात्रा थी और उसकी शिकायत के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और मामले की जांच जारी है।
इस बीच, विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरा है और पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की है। आम जनता भी इस घटना से आक्रोशित है और सोशल मीडिया पर ‘जस्टिस फॉर लॉ स्टूडेंट’ जैसे हैशटैग के ज़रिए इंसाफ की मांग की जा रही है।