Deoghar: प्रखंड मुख्यालय सोनारायठाढ़ी से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय पोरखावा में मात्र दो शिक्षक हैं एक कृति पासवान तो दूसरा पत्नी मुखिया के पति कुटिल अंसारी कक्षा 1 से लेकर 8 तक के बच्चो को पढ़ाते है। पारा शिक्षक नहीं पहुंचते है स्कूल। इसके लिए भी उनके पास कई बहाने हैं। इस विद्यालय से जुड़े बच्चों का भविष्य संकट में है। शिक्षक के नहीं आने से बच्चे भी स्कूल नहीं आते जब शिक्षक आते हैं तो महज कुछ घंटे स्कूल में बिता कर निकल जाते हैं।
जबकि बच्ची बिंदु कुमारी का कहना है की शिक्षक प्रतिदिन स्कूल तो आते हैं लेकिन अपने अटेंडेंस बनाने से ही मतलब रखते हैं। बिंदु कुमारी का यह भी कहना है की 6 से लेकर 8 तक मैंने कुटिल सर से पढ़ाई नहीं की है। बच्चे का यह भी कहना है की कुटिल सर स्कूल तो प्रतिदिन आते हैं लेकिन अपने हाजिरी बनाने के बाद स्कूल में तनिक भी नहीं रुकते हैं।
यहां के बच्चों को भले ही पढ़ाए या ना पढ़ाए परंतु यहां के रसोइया को अच्छी तरह से पाठ पढ़ाया गया है उन्हें बता रखा है कि यदि बाहर से कोई आए तो उन्हें बता देना कि शिक्षक बीआरसी या बैंक के काम में गए हैं। वही खाना बनाने वाली रसोइया ने यह भी कहा कि बच्चे कम होने की वजह से चावल 12 किलो और दाल 2 किलो दिया गया है और सब्जी में चना, सोयाबीन को भी मिलाया जाता है जबकि सूची के अनुसार अंडा,दाल भात सब्जी,केला मे विभिन्न प्रकार के प्रतिदिन खाना दिए जाते हैं।
वहीं शिक्षक कृति पासवान का भी कहना है की शिक्षक कुटिल अंसारी स्कूल कभी-कभी आते हैं रजिस्टर देखने के बाद यह पता चला कि अटेंडेंस प्रतिदिन बना हुआ है लेकिन शिक्षक विद्यालय में मौजूद एक भी दिन नहीं है।
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