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Latehar News: मनिका प्रखंड के बेलवाटाड़ आंगनवाड़ी की हालत जर्जर, डर के साये में पढ़ने को मजबूर हैं बच्चे

On: May 14, 2025 1:24 PM
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मनिका प्रखंड के बेलवाटाड़ आंगनवाड़ी की हालत जर्जर, डर के साये में पढ़ने को मजबूर हैं बच्चे
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Latehar News: लातेहार जिले के मनिका प्रखंड के बेलवाटाड़ आंगनबाड़ी सर नर्सरी स्कूल केंद्र की हालत काफी जर्जर हो चुकी है.पेयजल के लिए केंद्र परिसर के बाहर एक एक जलमिनर लगा हुआ है लेकिन वह भी खराब है बच्चों को पीने का पानी पिलाने के लिए सहायका को दूर से बाल्टी में पानी लाना पड़ता है यहां बने कमरों की छत और दीवारें पूरी तरह से खस्ताहाल है. भवन कि छत और दीवारों में जगह-जगह दरारें नजर आ रही है. भवन कब गिर जाए कुछ कहा नहीं जा सकता. इसके बावजूद बच्चों की जान को खतरे में डालकर शिक्षण कार्य हो रहा है. अगर संचालन अवधि में हादसा हुआ तो कई मासूमों की जान जोखिम में पड़ने की आशंका है.

संबंधित अधिकारियों द्वारा नहीं दिया जा रहा ध्यान
बताते चलें कि मनिका प्रखंड के बेलवाताड़ आंगनबाड़ी के अलावा भी कई ऐसे आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जिनके भवन बेहद खतरनाक स्थिति में पहुंच चुके हैं. आंगनबाड़ी केंद्र की ऐसी जर्जर हालत होने के बाद भी संबंधित अधिकारियों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. इन इमारतों का मेंटेनेंस नहीं कराया जा रहा है और न ही आंगनबाड़ी केंद्रों को अन्य सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट कर संचालन किया जा रहा है. इन्हीं जर्जर भवनों में आंगनबाड़ी संचालित की जा रही है. ऐसे में बच्चों की जान जोखिम में रहती है. तमाम जर्जर आंगनबाड़ी केंद्रों के अंदर बैठकर बच्चों को पोषण आहार और खेल-खेल में शिक्षा देने का काम किया जा रहा है. अगर हादसा हुआ तो जिम्मेदार कौन होगा? आखिर क्यों जिम्मेदार जोखिम के बीच मासूमों को रखने का काम कर रहे हैं?

बेलवाटाड़ आंगनवाड़ी केंद्र में पढ़ते हैं 30 से 40 बच्चे
बताते चलें कि पूर्व में भी आंगनबाड़ी केंद्र के जर्जर भवन के बरामदे की छत का एक हिस्सा भरभराकर गिर जिससे कि एक बच्चे की सर पर काफी चोट भी लगी थी घटना के समय अंदर कमरे में बच्चों की संख्या कम थी और कुछ बच्चे पढ़ रहे थे. इस घटना के बाद बच्चों के मन में भी दहशत का माहौल था अगर नौनिहाल वहां खेलते-कूदते होते, तो स्थिति का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है. मामले में विभागीय अधिकारियों की अनदेखी सामने आयी है. असल में, कमरे की छत का प्लास्टर झड़ गया है बारिश में छत से पानी टपकता है.

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सेविका मीना देवी ने टीवी 45 को बताया कि जर्जर भवन को लेकर विभाग को कई बार पत्र लिख चुकी हैं. केंद्र का फोटो भी भेजा है.लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई केंद्र की स्थिति को देखते हुए ग्रामीण भय से बच्चों को भेजना नहीं चाहते हैं.
हालांकि जब इस मामले को लेकर मनिका सीडीपीओ अर्चना सिन्हा से दूरभाष में संपर्क किया गया उन्होंने कहा जर्जर बेलवाटाड़ आंगनवाड़ी भवन को लेकर जिला को रिपोर्ट भेजा गया है जैसे ही जिला से फंड हम लोग को मिलेगा नए भवन बनवाकर बच्चों को नए भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा.

लातेहार से टीवी 45 के लिए रुपेश अग्रवाल की रिपोर्ट

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