बीजेपी ने उपेंद्र कुशवाहा के सामने उतारा Pawan Singh को, 1 जून को होगी करकट में वोटिंग

Patna: बिहार में 40 में से 39 सीटों पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने बीते लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी. इस बार 40 में से 40 सीटों पर जीत के दावे के साथ भाजपा ने घटक दलों जेडीयू, लोजपा, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा एवं राष्ट्रीय लोक मोर्चा के बीच सेट बांटे.

हमसे प्रमुख जीतन राम मांझी एवं राष्ट्रीय लोक मोर्चा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को एक-एक ही सीट मिली जिस पर दोनों उम्मीदवार हैं. परंतु अब बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी ने खुद ही 40 में से 39 का लक्ष्य रख लिया है. यह बात काराकाट लोकसभा सीट से उठ रही है तथा इस बात का प्रचार इस सीट पर खुलकर किया जा रहा है.

एमडीएस समर्थित उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा के कानून तक बार-बार यह बात पहुंच रही है कि पवन सिंह को भाजपा ने उतारा है या फिर भाजपा यदि छह लेती तो पवन सिंह नहीं उतरते या भारतीय जनता पार्टी नीतीश कुमार की चाहत का ख्याल रखते हुए उपेंद्र कुशवाहा का राजनीतिक कैरियर समाप्त करने की दिशा में है.

वोट काटने से खुश है महागठबंधन, सहनी ने दी और हवा

1 जून को उपेंद्र कुशवाहा की पसंदीदा करकट सीट पर मतदान लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में होगा. अभी चौथे एवं पांचवी चरण की लोकसभा सीटों पर अधिकतर दलों का ध्यान है. परंतु इसी के चलते ऊपर बताई तीनों बातों का जमकर प्रचार भी किया जा रहा है.

भारतीय जनता पार्टी एवं जनता दल यूनाइटेड के कार्यकर्ता भी इन बातों को सुनकर सच में पड़ जा रहे हैं. महागठबंधन की तरफ से कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने राजा राम सिंह को उतारा है एवं वह इस बात से प्रसन्न भी है कि एनडीए के वाटर इस नाम पर बंट रहे हैं. इसी प्रशांत में वह यह बात भी बता चुके हैं कि अपनी जीत के जश्न में वह पवन सिंह को गाना गाने के लिए बुलाएंगे.

तीनों बातों को बेदम मान रहे हैं उपेंद्र कुशवाहा एवं बीजेपी नेता

भारतीय जनता पार्टी के नेता सहनी की बातों को नकार रहे हैं और काराकाट में ऐसी किसी चर्चा से भी मना कर रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि पवन सिंह केवल सोशल मीडिया के जरिए अपनी ताकत दिखाकर भरमाने का प्रयास कर रहे हैं. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में एकता है एवं सभी मिलकर नरेंद्र मोदी को एक बार फिर से पीएम बनने के लिए मतदान को प्रतिबद्ध है.

वहीं Pawan Singh ने नामांकन के चलते जुटा भीड़ के जरिए अपने इरादे साफ कर दिए हैं. केंद्रीय मंत्री आर के सिंह ने पवन सिंह को काराकाट से उतरने के लिए मना किया और कहा के यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बगावत होगी परंतु वह नहीं माने. पवन सिंह ने भारतीय जनता पार्टी की पहली लिस्ट से ही चर्चा में आ गए थे. भारतीय जनता पार्टी ने पहली लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत जिन उम्मीदवारों का नाम रखा था उसमें पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से पवन सिंह की घोषणा की गई थी.

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