Ramgarh News: रामगढ़ जिला प्रशासन ने शहर के सत्कोड़ी परिसर के सामने स्थित ऐतिहासिक राजा तालाब पर अतिक्रमण हटाने की दिशा में बड़ी कार्रवाई शुरू की है। वर्षों से भू-माफियाओं के कब्जे में रही यह सरकारी संपत्ति अब प्रशासन के सख्त रुख के चलते अतिक्रमण मुक्त कराई जा रही है। जिला प्रशासन ने जेसीबी मशीन की मदद से तालाब की सफाई कार्य शुरू कर दिया है।
इस तालाब की कुल भूमि तीन एकड़ 34 डिसमिल में फैली हुई है और यह शहर के प्रमुख जलस्रोतों में से एक माना जाता है। रामगढ़ उपायुक्त (DC) ने स्पष्ट किया कि सार्वजनिक तालाबों की जमीन पर कोई भी निजी व्यक्ति कब्जा नहीं कर सकता और न ही उसकी जमाबंदी कराई जा सकती है। उन्होंने बताया कि यह जमीन डीएमएफटी (DMFT) फंड से विकसित की जाएगी और इसके सौंदर्यीकरण का कार्य भी जल्द शुरू किया जाएगा।
डीसी ने आगे बताया कि यह सिर्फ एक शुरुआत है, और शहर के अन्य सार्वजनिक तालाबों को भी अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। “तालाब हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। यह सार्वजनिक संपत्ति हैं, और इनका निजी उपयोग किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है,” उन्होंने कहा।
जैसे ही प्रशासन की यह कार्रवाई शुरू हुई, भू-माफियाओं में हड़कंप मच गया है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन के इस कदम की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि राजा तालाब एक बार फिर से अपनी पुरानी गरिमा को प्राप्त करेगा।
टीवी 45 की टीम भी मौके पर पहुंची और तालाब की सफाई में लगे कर्मियों से बातचीत की। सभी ने बताया कि यह प्रयास केवल सफाई तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आने वाले समय में इसे शहर के एक प्रमुख पर्यावरणीय और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
रामगढ़ प्रशासन का यह कदम न केवल सार्वजनिक संपत्तियों की रक्षा की दिशा में एक मजबूत प्रयास है, बल्कि शहर के पर्यावरण और सौंदर्य के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है। यदि इस प्रकार की कार्रवाई निरंतर जारी रही, तो आने वाले समय में रामगढ़ के सभी सार्वजनिक जलस्रोत अतिक्रमण से मुक्त होकर समाज की सेवा कर सकेंगे।