घाटशिला— Jharkhand के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने राज्यवासियों को बड़ी सौगात देते हुए घोषणा की है कि राज्य के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में 44,750 शिक्षकों की बहाली जल्द की जाएगी।
इसके साथ ही जनजातीय भाषाओं में 10,000 शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया भी अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। शिक्षा मंत्री गुरुवार को पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
शिक्षक बहाली से सुधरेगी राज्य की शिक्षा व्यवस्था
मंत्री रामदास सोरेन ने कहा, “शिक्षकों की कमी लंबे समय से राज्य की शिक्षा व्यवस्था को प्रभावित कर रही थी। लेकिन अब सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है।” उन्होंने जानकारी दी कि 26 सहायक आचार्यों की बहाली प्रक्रिया भी प्रारंभ हो चुकी है और काउंसिलिंग कार्य जारी है।
प्लस टू स्कूलों में समायोजित होंगे इंटर कॉलेज के छात्र
इंटर कॉलेजों के छात्रों की शिक्षा बाधित न हो, इसके लिए सरकार ने 168 इंटर कॉलेजों के लगभग दो लाख छात्रों को प्लस टू स्कूलों में समायोजित करने का निर्णय लिया है। सभी प्लस टू स्कूलों में डीएमएफटी फंड से चार-चार कमरों के भवन बनाए जाएंगे और शिक्षकों की नियुक्ति भी सुनिश्चित की जाएगी।
हर जिले और अनुमंडल में बनेगी आधुनिक लाइब्रेरी
शिक्षा मंत्री ने यह भी ऐलान किया कि झारखंड में देश की सबसे बेहतर लाइब्रेरी का निर्माण किया जाएगा। यह लाइब्रेरी जिला से लेकर अनुमंडल स्तर तक स्थापित की जाएगी और इसके लिए विशेष आर्किटेक्ट से नक्शा तैयार करवाया जा रहा है।
राजनीति पर भी साधा निशाना
धालभूमगढ़ एयरपोर्ट को लेकर विपक्ष पर हमला बोलते हुए मंत्री सोरेन ने कहा कि “विपक्षी दल खासकर भाजपा जनता को गुमराह करने का काम कर रही है। एयरपोर्ट के विरोध में खुद भाजपा से जुड़ी जमुना टुडू सक्रिय हैं, फिर दोष झामुमो पर क्यों?” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने 20 वर्षों में राज्य के लिए कोई ठोस विकास कार्य नहीं किया।
हेमंत सरकार का रिपोर्ट कार्ड
मंत्री ने कहा, “हमारी सरकार ने भले ही लगभग छह वर्षों तक काम किया हो, लेकिन कोरोना और ईडी की जांच जैसे व्यवधानों के बावजूद हमने तीन वर्षों में दर्जनों जनकल्याणकारी योजनाएं धरातल पर उतारीं हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष सरकार के जनहित में किए जा रहे कार्यों से घबराया हुआ है।
इस दौरान कार्यक्रम में झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी, बहरागोड़ा के पूर्व विधायक, जिप अध्यक्ष बारी मुर्मू, जगदीश भकत, दुर्गाचरण मुर्मू सहित कई अन्य नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
झारखंड सरकार की यह शिक्षक बहाली और शिक्षा संबंधी घोषणाएं राज्य की शैक्षणिक दिशा में एक मजबूत और सकारात्मक कदम हैं, जो ग्रामीण और जनजातीय इलाकों में शिक्षा की गुणवत्ता और पहुंच को बेहतर बनाने में सहायक होंगी।