इस्लामाबाद: Pakistan के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में शनिवार को एक भीषण आत्मघाती हमला हुआ, जिसमें 16 सैनिकों की मौत और 25 लोग घायल हो गए।
#BREAKING: A suicide bomber rammed an explosive-laden vehicle into a military convoy in North Waziristan, Khyber Pakhtunkhwa, Pakistan, killing 16 Pakistani soldiers and injuring 29 others. pic.twitter.com/xlGDX5yaA9
— FrontStrike (फ़्रंटस्ट्राइक) (@FrontStriker999) June 28, 2025
यह हमला तब हुआ जब एक विस्फोटकों से लदे वाहन को आत्मघाती हमलावर ने सैन्य काफिले से टकरा दिया।
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, घायलों में 6 सैन्यकर्मी और 19 नागरिक शामिल हैं। इस हमले से क्षेत्र में दो घरों की छतें भी ढह गईं, जिससे 6 बच्चे घायल हो गए। चार सैनिकों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
Pakistan News: तालिबान गुट ने ली जिम्मेदारी
इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान तालिबान की हाफिज गुल बहादुर शाखा ने ली है। सुरक्षा एजेंसियों ने हमले के बाद इलाके को घेर लिया है और जांच जारी है।
यह हमला ऐसे समय हुआ है जब पाक-अफगान सीमा क्षेत्रों में हिंसा लगातार बढ़ रही है। साल 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में चरमपंथी हमलों में तेज़ी आई है।
इस्लामाबाद का आरोप है कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल पाकिस्तान विरोधी गतिविधियों के लिए किया जा रहा है, जिसे तालिबान सरकार नकार चुकी है।
Pakistan News: इस साल 290 से अधिक मौतें
पाकिस्तान के सुरक्षा आंकड़ों के मुताबिक, 2025 की शुरुआत से अब तक खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में हुए विभिन्न आतंकी हमलों में करीब 290 लोग, जिनमें अधिकांश सुरक्षाकर्मी हैं, अपनी जान गंवा चुके हैं।
दूसरी ओर: भारी बारिश ने ली 22 जानें
वहीं, पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में प्रि-मॉनसून बारिश और तूफानी हवाओं ने कहर बरपाया। 22 लोगों की मौत और दर्जनों घायल होने की खबर है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने शुक्रवार को मौसम संबंधी चेतावनी जारी करते हुए लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने और कमजोर ढांचों व बिजली के खंभों से दूर रहने की सलाह दी थी।
स्थानीय प्रशासन को पूर्व-निवारक उपाय अपनाने और आपातकालीन योजनाओं को सक्रिय करने का निर्देश दिया गया है।
Pakistan एक ओर जहां आतंकवाद के पुराने घावों से जूझ रहा है, वहीं दूसरी ओर प्राकृतिक आपदाएं भी चुनौती बनी हुई हैं। लगातार हो रहे आतंकी हमलों और मौसम जनित आपदाओं से आम नागरिकों और सुरक्षाबलों की चिंता बढ़ती जा रही है।