पटना। Tejashwi Yadav : बिहार की राजनीति में एक बार फिर भ्रष्टाचार को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने नीतीश कुमार की सरकार और एनडीए गठबंधन को घेरते हुए बड़ा आरोप लगाया है।
10 करोड़ रुपए जलाए!
प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार प्रदत्त भ्रष्टाचार का बिहार में यह आलम है कि भ्रष्टाचार के अरबों रुपए की बंदरबांट में दो बड़े मंत्रियों के हुए मनमुटाव में एक ने EOU से एक इंजीनियर के यहाँ छापा मरवाया गया।
EOU गेट पर पहुंची, दरवाजा खोलने में घंटों लगे… pic.twitter.com/n3Q7plK6XH
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 25, 2025
तेजस्वी ने कहा कि ग्रामीण कार्य विभाग के एक इंजीनियर ने 10 करोड़ रुपये जलाकर नष्ट कर दिए ताकि भ्रष्टाचार के सबूत छुपाए जा सकें। इस खुलासे के बाद बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।
ईओयू छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये जलाने की घटना से मचा सियासी हड़कंप
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि दो बड़े मंत्रियों के बीच अरबों रुपये की बंदरबांट को लेकर मनमुटाव बढ़ गया था। इसी विवाद के चलते एक मंत्री ने इंजीनियर के यहां आर्थिक अपराध इकाई (EOU) से छापेमारी करवा दी। छापेमारी के दौरान नकदी जलाने की सनसनीखेज घटना सामने आई, जिसने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया। तेजस्वी ने कहा, “बिहार में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा हो चुकी है। जहां एक ओर गरीब जनता अपने हक के लिए संघर्ष कर रही है, वहीं दूसरी ओर अधिकारी और मंत्री मिलकर जनता के पैसों की लूट मचा रहे हैं।”
जनता के लिए विकास अधूरा, लेकिन मंत्री हेलीकॉप्टर से भर रहे उड़ान: Tejashwi Yadav
तेजस्वी ने सरकार की नीतियों पर भी करारा वार किया। उन्होंने कहा कि जब जनता बुनियादी सुविधाओं—सड़क, रोजगार और शिक्षा—के लिए तरस रही है, तब मंत्री हेलीकॉप्टर से उड़ान भर रहे हैं और भ्रष्टाचार के पैसों की बंदरबांट में लगे हुए हैं। तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा, “यह सरकार विकास की नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार की सरकार है। जनता को भरोसा दिलाया जा रहा है कि योजनाओं से उन्हें लाभ मिलेगा, लेकिन सच यह है कि योजनाओं के पैसे दलालों और अधिकारियों की जेब में जा रहे हैं।”
विपक्ष का सवाल- अगर सब पारदर्शी है तो 10 करोड़ रुपये क्यों जलाए गए?
आरजेडी नेता ने सवाल उठाया कि अगर सचमुच सब कुछ पारदर्शी है, तो ग्रामीण कार्य विभाग के इंजीनियर के यहां 10 करोड़ रुपये जलाने जैसी घटना क्यों हुई? तेजस्वी ने सरकार से सीधा सवाल किया कि आखिर इतनी बड़ी रकम कहां से आई और क्यों इसे नष्ट किया गया। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रही है और इस पूरे प्रकरण की जांच उच्चस्तरीय कमेटी से कराई जानी चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर सरकार गंभीर है तो जनता के सामने इस पूरे घोटाले का सच रखा जाए।
बिहार की जनता के विश्वास और भविष्य से हो रहा खिलवाड़: Tejashwi Yadav
तेजस्वी ने कहा कि बिहार की जनता मेहनत करती है, टैक्स देती है और उम्मीद करती है कि सरकार उसके विकास में पैसे का इस्तेमाल करेगी। लेकिन हकीकत यह है कि सरकारी तंत्र और मंत्री मिलकर जनता के साथ धोखा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “आज जरूरत है कि जनता इस सच को समझे और इस सरकार को सबक सिखाए। भ्रष्टाचार की यह आग बिहार को पीछे धकेल रही है। अगर अभी भी हम नहीं जागे, तो आने वाली पीढ़ियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।”
करोड़ों की नकदी जलाने की घटना बनी राजनीतिक बहस का बड़ा मुद्दा
ग्रामीण कार्य विभाग के इंजीनियर द्वारा कथित तौर पर 10 करोड़ रुपये जलाए जाने का मामला अब केवल प्रशासनिक नहीं, बल्कि राजनीतिक बहस का बड़ा मुद्दा बन चुका है। विपक्ष ने सरकार पर हमला तेज कर दिया है और आने वाले दिनों में इस मामले से बिहार की राजनीति और ज्यादा गरमाने के आसार हैं।