Latehar News: लातेहार जिले के बालूमाथ प्रखंड के गेरेन्जा गांव समेत आसपास की पंचायतों के सैकड़ों ग्रामीण आज एसडीओ कार्यालय पहुंचे और एनटीपीसी और एनएलपी के खिलाफ ज्ञापन सौंपा. ग्राम प्रधान प्रमेश्वर गंझू और ग्रामीणों का आरोप है कि कंपनियां घर-घर जाकर और लोगों को डरा-धमका कर उत्तरी धाधू कोयला परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण करने की कोशिश कर रही हैं.
यह क्षेत्र संविधान की पांचवीं अनुसूची के अंतर्गत आता है, जहां ग्राम सभा की अनुमति के बिना भूमि अधिग्रहण अवैध है। ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी कुछ दलालों के माध्यम से ग्राम सभा की सहमति के बिना जमीन लेने की कोशिश कर रही है, जो ऐसा कभी नहीं होने देंगे. घर में घुसकर महिलाओं को धमकी दी जा रही है कि अगर जमीन नहीं दी तो जेल भेज दिया जायेगा.
जिसके चलते कई बार कंपनी कर्मचारियों और ग्रामीणों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो चुकी है। ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम सभा की अनुमति के बिना किसी भी कॉरपोरेट कंपनी का प्रतिनिधि गांव में प्रवेश नहीं कर सकता.
कंपनी दलाल के माध्यम से रैयतों का जमीन औने पौने कीमत पर खरीदना चाहती है. जबकि कोई भी ग्रामीण किसी भी स्थिति में जमीन कंपनी को खनन के लिए नहीं देना चाहता है. ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी के पदाधिकारी सुशांत कुणाल खुद को भुअर्जन के सरकारी पदाधिकारी बताते हुए धमकी भरे अंदाज में ग्रामीणों से निपट लेने की बात कही. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कहा कि गोली चलना तो आम बात है.
समय आने पर गोली भी चलेगी जिसके चलते अब ग्रामीणों मे आक्रोश का माहौल देखा जा रहा है ग्रामीणों ने बताया कि वे खेती, पशुपालन और वनोपज पर निर्भर हैं।सैकड़ों एकड़ में घने जंगल हैं, वहां आम, नीम, महुआ, साल, करंज, केंदू जैसे पेड़ हैं, जो उनकी आजीविका का स्रोत हैं। भूमि अधिग्रहण से न केवल पर्यावरण को भारी नुकसान होगा बल्कि मानव और वन्यजीवन भी खतरे में पड़ जाएगा। ग्रामीणों के धार्मिक स्थल भी इस परियोजना के चलते नष्ट हो जाएंगे।
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वही कई महिलाओ नें एक सुर मे कहा की जान देंगे लेकिन किसी भी सूरत मे कंपनी को जमीन नहीं देंगे कोल कंपनी वापस जाओ जल जंगल जमीन हमारा है कोल ब्लॉक रद्द करो कई तरह के नारे भी लगाए ग्राम प्रधान प्रमेश्वर गंझू और ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से इस परियोजना पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है । उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने के दौरान गेरेन्ज़ा और आसपास के गांवों के सैकड़ों पुरुष और महिलाएं उपस्थित थे।