पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ‘VOTER ADHIKAR YATRA’ का सोमवार, 1 सितंबर को पटना में समापन हो रहा है।
इस यात्रा का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव के साथ-साथ ‘इंडिया’ गठबंधन के कई बड़े नेता भी इसमें शामिल होंगे।
‘VOTER ADHIKAR YATRA: गांधी से अंबेडकर तक पदयात्रा
16 दिनों तक चली इस यात्रा का समापन एक पदयात्रा के रूप में होगा, जिसका नाम ‘गांधी से अंबेडकर यात्रा’ रखा गया है। यह यात्रा सुबह 10:50 पर गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति से शुरू होगी और डाक बंगला चौराहा होते हुए बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के पास जाकर समाप्त होगी। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे ने बताया कि यात्रा का उद्देश्य ‘वोट चोरी’ के खिलाफ लोगों को जागरूक करना है।
‘VOTER ADHIKAR YATRA: ‘वोट की चोरी’ का आरोप
कांग्रेस और आरजेडी ने इस यात्रा के जरिए मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) में 65 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम हटाए जाने पर आपत्ति जताई है। कांग्रेस के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने जिला प्रशासन पर रैली की अनुमति न देने का आरोप भी लगाया, जिसके कारण पदयात्रा का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मतदाताओं के अधिकार की लड़ाई लड़ती रहेगी और ‘वोट की डकैती’ को बर्दाश्त नहीं करेगी।
प्रशासन की सफाई
दूसरी तरफ, पटना के अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था) ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर स्पष्ट किया है कि रैली के लिए प्रशासन ने अनुमति दी थी, लेकिन कुछ प्रतिबंधों के साथ। उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति या दल की ओर से गांधी मैदान में रात में रुकने या किसी अन्य कार्य के लिए अनुमति नहीं मांगी गई थी।