Khagaria News: बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच आज स्टार प्रचारकों का जमावड़ा लगा रहा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने NDA के पक्ष में माहौल बनाने के लिए खगड़िया, मुंगेर और नालंदा में तीन धुआंधार रैलियां कीं। वहीं, महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव को खगड़िया में प्रशासनिक अनुमति न मिलने के कारण अपनी एक रैली रद्द करनी पड़ी, जिसे लेकर उन्होंने सरकार पर निशाना साधा।

खगड़िया में गरजे अमित शाह: “यह चुनाव जंगल राज और विकास राज के बीच” अमित शाह ने खगड़िया के जननायक कर्पूरी ठाकुर मैदान से चुनावी हुंकार भरते हुए कहा कि यह चुनाव बिहार का भविष्य तय करेगा। उन्होंने जनता से सवाल किया, “यह चुनाव तय करेगा कि बिहार में जंगल राज वापस आएगा या विकास का राज चलेगा? क्या आप जंगल राज चाहते हैं?”
उन्होंने RJD पर निशाना साधते हुए कहा, “अगर लालू-राबड़ी की सरकार बनी तो जंगल राज आएगा, और अगर NDA सरकार बनी तो विकसित बिहार पूरे देश में पहचान बनाएगा।” अमित शाह ने नीतीश कुमार के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि NDA सरकार ने बिहार को जंगल राज, परिवारवाद और नक्सलवाद से मुक्त करने का काम किया है। उन्होंने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए कहा कि विपक्ष की पहचान भ्रष्टाचार और परिवारवाद है, जबकि नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार पर एक पैसे के भ्रष्टाचार का भी आरोप नहीं है।
तेजस्वी की खगड़िया रैली रद्द, प्रशासन पर साधा निशाना
दूसरी ओर, महागठबंधन के सीएम फेस तेजस्वी यादव को आज खगड़िया में अपनी एक जनसभा रद्द करनी पड़ी। तेजस्वी यादव ने पटना में पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया कि प्रशासन ने जानबूझकर अमित शाह की रैली के कारण उनकी सभा को अनुमति नहीं दी। उन्होंने इसे “तानाशाही” करार दिया और कहा कि “भाजपा और प्रशासन जनता की भीड़ से डर रहे हैं।”
हालांकि, तेजस्वी यादव और VIP प्रमुख मुकेश सहनी ने खगड़िया के अलौली और गोगरी में अन्य रैलियों को संबोधित किया। तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए भी PM मोदी और अमित शाह पर हमला जारी रखा और उन पर बिहार के हिस्से का बजट गुजरात ले जाने का आरोप लगाया।
नालंदा में भी Amit Shah का महागठबंधन हमला जारी
अमित शाह ने अपनी दिन की तीसरी रैली नालंदा के बिहार शरीफ में की। यहाँ भी उन्होंने ‘जंगल राज’ पर हमला बोला और बख्तियार खिलजी द्वारा नालंदा विश्वविद्यालय को नष्ट किए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने इसे पुनर्जीवित कर बिहार की विरासत को गौरव लौटाया है। उन्होंने कहा, “अब 100 बख्तियार खिलजी भी आ जाएं, तो नालंदा विश्वविद्यालय को कोई हाथ नहीं लगा सकता।” आज बिहार में छठ महापर्व की शुरुआत ‘नहाय-खाय’ के साथ हो गई है, लेकिन चुनावी सरगर्मी पर इसका कोई असर नहीं दिखा और दोनों गठबंधनों के नेताओं ने जमकर प्रचार किया।
यह भी पढ़ें: भारत ने ऑस्ट्रेलिया को नौ विकेट से हराया, रोहित और कोहली की शानदार साझेदारी






