इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य उन जिलों तक पहुंचना है जो महागठबंधन की पहले की “वोटर अधिकार यात्रा” में छूट गए थे। यात्रा जहानाबाद से शुरू होकर नालंदा, पटना, बेगूसराय, खगड़िया, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, समस्तीपुर और उजियारपुर होते हुए वैशाली पहुंचेगी।
तेजस्वी यादव इस यात्रा के दौरान विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जनसंवाद कार्यक्रम करेंगे, जहां वे आम लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं जानेंगे और आगामी राजनीतिक रणनीति साझा करेंगे। यात्रा में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सांसद, विधायक, जिलाध्यक्ष और पार्टी संगठनों के प्रभारी भी शामिल रहेंगे।
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बिहार अधिकार यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव यह मुद्दा भी उठाएंगे कि किस तरह केंद्र सरकार चुनाव आयोग (EC) से मिलीभगत कर चुनावों में “वोटों की चोरी” कर रही है। साथ ही, वे केंद्र और बिहार राज्य सरकार की नीतिगत विफलताओं पर भी जनता को जागरूक करेंगे।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह यात्रा आने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र तेजस्वी यादव की ओर से एक बड़ा जनसंपर्क अभियान मानी जा रही है।