Latehar: मनिका प्रखंड की राजनीति में उस समय हलचल मच गई जब प्रखंड प्रमुख प्रतिमा देवी के खिलाफ पंचायत समिति सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव का ज्ञापन बीडीओ संदीप कुमार को सौंपा। प्रमुख पर मनरेगा समेत अन्य सरकारी योजनाओं के नाम पर ग्रामीणों से अवैध रूप से पैसे वसूलने और भ्रष्टाचार में लिप्त रहने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
गुरुवार की शाम पंचायत समिति के 15 में से 15 सदस्यों ने एकमत होकर प्रमुख के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्हें दिए गए समर्थन को वापस लेने की घोषणा की। बीडीओ को सौंपे गए ज्ञापन में सदस्यों ने आरोप लगाया कि प्रखंड प्रमुख ने अपने पद का दुरुपयोग कर आम जनता से ठगी की है और योजनाओं के नाम पर घोटाले किए हैं। पिछले कुछ समय से प्रमुख के खिलाफ लगातार स्थानीय अखबारों में खबरें प्रकाशित हो रही हैं, जिससे पंचायत समिति के सदस्य स्वयं को शर्मिंदा महसूस कर रहे हैं।
सदस्यों ने यह भी बताया कि प्रमुख ने विकास योजनाओं में सहयोग देने वाली पंचायत समिति की बैठकों से लगातार दूरी बनाई है। दो बार की बैठकों में प्रमुख की अनुपस्थिति के कारण क्षेत्रीय विकास कार्य ठप्प पड़े हुए हैं। इसके अलावा, वह अपने निजी स्वार्थ के लिए प्रखंड प्रशासन पर भी दबाव बनाती रही हैं।
पंचायत समिति सदस्यों ने एक बैठक कर सर्वसम्मति से अविश्वास प्रस्ताव लाने का निर्णय लिया और बीडीओ से इसे जल्द पारित कराने की मांग की है। बीडीओ संदीप कुमार ने बताया कि उन्हें पंचायत समिति के 15 सदस्यों द्वारा ज्ञापन सौंपा गया है और इस विषय में वरीय अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है। उनके निर्देशानुसार विधिसम्मत प्रक्रिया अपनाते हुए बैठक आहूत की जाएगी।
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इस घटनाक्रम के बाद मनिका प्रखंड की राजनीतिक फिजा गर्म हो गई है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रखंड प्रमुख के खिलाफ लाया गया यह अविश्वास प्रस्ताव क्या रंग लाता है।