Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के घमासान के बीच, पड़ोसी राज्य झारखंड की राजनीति में भी बड़ी हलचल मची हुई है। झारखंड बीजेपी ने एक बड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। यह कार्रवाई पूर्वी सिंहभूम जिले में की गई है, जहाँ घाटशिला विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है।

पूर्व जिलाध्यक्ष समेत 5 नेता निष्कासित
झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देश पर, “पार्टी विरोधी गतिविधियों” में लिप्त पाए जाने के आरोप में 5 नेताओं को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। निष्कासित किए गए नेताओं में सबसे बड़ा नाम पूर्वी सिंहभूम के पूर्व जिलाध्यक्ष सौरभ चक्रवर्ती का है। उनके अलावा, घाटशिला मंडल के अध्यक्ष कौशिक कुमार, जिला परिषद उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा, पूर्व मोसाबनी ब्लॉक अध्यक्ष सुरेश महली और पूर्व घाटशिला ब्लॉक अध्यक्ष तुषार कांत को भी पार्टी से निकाला गया है।
घाटशिला उपचुनाव बनी मुख्य वजह
यह पूरी कार्रवाई झारखंड की घाटशिला विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव को लेकर हुई है, जिसके लिए 11 नवंबर को (बिहार चुनाव के दूसरे चरण के साथ) मतदान होना है।बीजेपी ने इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को अपना उम्मीदवार बनाया है। आरोप है कि सौरभ चक्रवर्ती समेत ये सभी नेता, पार्टी के आधिकारिक प्रत्याशी के खिलाफ बगावत कर रहे थे और उनके खिलाफ प्रचार में जुटे थे।
निष्कासित होते ही JMM में हुए शामिल
इस राजनीतिक घटनाक्रम में बड़ा मोड़ तब आया, जब बीजेपी से निष्कासित किए जाने के कुछ ही घंटों के भीतर इन सभी पांचों नेताओं ने रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उपस्थिति में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) का दामन थाम लिया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इन नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि JMM लोगों की भावनाओं की पार्टी है और इन नेताओं के आने से घाटशिला में पार्टी को मजबूती मिलेगी। वहीं, बीजेपी का कहना है कि पार्टी में अनुशासनहीनता के लिए कोई जगह नहीं है।
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