Koilwar News: बिहार राज्य मानसिक स्वास्थ्य एवं सहबद्ध विज्ञान संस्थान, कोईलवर के लिए मंगलवार का दिन ऐतिहासिक रहा, जब संस्थान में मानसिक स्वास्थ्य और नशामुक्ति सेवाओं से जुड़ी कई अत्याधुनिक सुविधाओं का उद्घाटन किया गया। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने संस्थान परिसर में आयोजित समारोह में 141 नए बेड की व्यवस्था सहित अनेक नई सुविधाओं का विधिवत उद्घाटन किया।
इन सुविधाओं में 21 शैय्या के अल्पावधि प्रवास वार्ड, 20 शैय्या के प्राइवेट वार्ड, 100 शैय्या का नशामुक्ति केंद्र, निदेशक आवास, कर्मचारी आवास (टाइप I से V) और नर्स आवास शामिल हैं। कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, संस्थान के चिकित्सकगण और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
संस्थान बनेगा राज्य का मॉडल सेंटर
उद्घाटन के बाद मंत्री मंगल पांडेय ने सभी वार्डों और आवासीय परिसरों का निरीक्षण किया और महिला एवं पुरुष मानसिक वार्डों में जाकर मरीजों से बातचीत की। उन्होंने चिकित्सकों को सख्त निर्देश दिए कि मरीजों की देखभाल में कोई कोताही न हो और संस्थान को बिहार में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मॉडल सेंटर के रूप में विकसित किया जाए।
सेवाओं में बड़ा विस्तार
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, नए निर्माण के बाद संस्थान की कुल क्षमता अब 321 बेड तक पहुंच गई है। यह वृद्धि मानसिक स्वास्थ्य और नशामुक्ति सेवाओं के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
मंगल पांडेय ने कहा कि संस्थान की शुरुआत वर्ष 2006 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुई थी, और उसी निरंतरता में आज यह संस्थान अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त हो गया है। उन्होंने बताया कि पहले जहाँ अस्पताल में 180 बेड थे, अब 141 नए बेड जुड़ने से इसकी क्षमता दोगुनी से भी अधिक हो गई है।
मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि
मंत्री ने कहा कि 2006 में इस संस्थान में सालभर में मात्र 563 मरीजों का इलाज हुआ था, जबकि 2024 में यह संख्या बढ़कर 1,04,000 से अधिक हो चुकी है। वर्ष 2025 के पहले छह महीनों में ही 53,000 मरीजों का सफल उपचार किया जा चुका है।
उन्होंने कहा, “स्वस्थ मन और स्वस्थ बुद्धि ही स्वस्थ समाज का निर्माण करते हैं। कोईलवर की यह मानसिक आरोग्यशाला न केवल बिहार, बल्कि देश के लिए एक प्रेरणास्रोत बन सकती है।”