बांका (बिहार), अमरपुर प्रखंड: चांदपुर पंचायत अंतर्गत कुशमाहा स्थित आँगनबाड़ी केंद्र संख्या 07 में कांग्रेस पार्टी द्वारा घोषित ‘माई बहिन योजना’ के फॉर्म भरने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है।
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि केंद्र के बाहर लगे सरकारी बोर्ड के नीचे कुछ लोग फार्म भर रहे हैं। यह केंद्र बिहार सरकार की ओर से संचालित एक शिशु विकास केंद्र है, जिसका उपयोग बच्चों और महिलाओं के पोषण, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी सेवाओं के लिए किया जाता है।
राजनीतिक तकरार तेज
जैसे ही वीडियो सामने आया, राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए। कई स्थानीय नेताओं और नागरिकों ने सवाल उठाया कि जब तक किसी योजना को आधिकारिक सरकारी मान्यता नहीं मिलती, तब तक उसका प्रचार किसी भी सरकारी संस्था या कार्यालय में करना नियमों का उल्लंघन है।
एक स्थानीय नागरिक ने कहा, “आँगनबाड़ी केंद्र बच्चों और महिलाओं की सेवा के लिए होता है, न कि किसी राजनीतिक प्रचार के लिए। यह आचार संहिता का उल्लंघन हो सकता है।”
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प्रशासन ने लिया संज्ञान
हालांकि अभी तक किसी सरकारी अधिकारी की ओर से बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया है और वीडियो की सत्यता की जांच कर रहा है।
क्या है ‘माई बहिन योजना’?
कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रस्तावित ‘माई बहिन योजना’ महिलाओं को आर्थिक सहायता और सामाजिक सुरक्षा देने के उद्देश्य से शुरू की जाने वाली एक महत्वाकांक्षी योजना है। हालांकि, यह अभी केवल पार्टी स्तर पर घोषित योजना है और इसे कोई सरकारी मान्यता नहीं मिली है।