नई दिल्ली – कॉन्स्टीट्यूशन क्लब के सचिव पद के लिए हुए चुनाव (Constutional Club Election) में भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने एक बार फिर जीत दर्ज कर ली है।
उन्होंने अपने ही पार्टी के पूर्व सांसद संजीव बालियान को कड़ी टक्कर में हराया। हालांकि, इस हार के बावजूद, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इस चुनाव को संजीव बालियान के लिए एक ‘ऐतिहासिक जीत’ बताया है।
संसदीय क्लब के चुनाव में मैं संजीव बालियान जी के साथ था,हूँ ।यह चुनाव बालियान जी के जीवन का ऐतिहासिक चुनाव है,इसने उनकी ताक़त को दिखाया,कॉंग्रेस अध्यक्ष खडगे साहब व सोनिया गांधी जी का क्लब के चुनाव में वोट देने आना उनकी जीत है,कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तत्कालीन सांसद तथा दिल्ली…
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) August 13, 2025
Constutional Club Election: क्यों हुई हार को जीत की चर्चा?
गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि वह इस चुनाव में संजीव बालियान के साथ थे। उन्होंने कहा कि यह चुनाव बालियान की ताकत को दर्शाता है, क्योंकि इसने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी को वोट देने के लिए मजबूर किया।
दुबे ने याद दिलाया कि 2005 और 2010 में जब कांग्रेस के नेता जयप्रकाश अग्रवाल रूडी के खिलाफ चुनाव लड़े थे, तब सोनिया गांधी या उनके मंत्रिमंडल का कोई भी सदस्य वोट डालने नहीं आया था। दुबे ने इसे बालियान की जीत बताया और संसदीय क्लब की गरिमा बढ़ाने के लिए दोनों नेताओं को बधाई दी।
Constutional Club Election: 25 साल से पद पर हैं रूडी
राजीव प्रताप रूडी ने लगातार 25वीं बार यह पद अपने नाम किया है। जीत के बाद उन्होंने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “मैं 100 से ज्यादा वोटों से जीता हूं। यह मेरे पैनल की जीत है।” उन्होंने बताया कि उनके पैनल में भाजपा, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) और निर्दलीय सदस्य भी शामिल थे।
Constutional Club Election: चुनाव में रिकॉर्ड मतदान
कॉन्स्टीट्यूशन क्लब के इतिहास में इस बार सबसे ज्यादा मतदान हुआ। मंगलवार को हुए मतदान में कुल 707 वोट पड़े, जिसमें 38 पोस्टल बैलेट थे। राजीव प्रताप रूडी को कुल 392 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी संजीव बालियान ने 290 मत हासिल किए। इस चुनाव में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों ने मतदान किया।