Deoghar News: छठ पूजा को लेकर देवघर के बाजारों में अब रौनक बढ़ने लगी है। जगह-जगह डाली, सूप, पंखा, फल और पूजा सामग्री की दुकानें सज गई हैं और लोग उत्साहपूर्वक खरीदारी में जुटे हैं।

वहीं, छठ के इस अवसर पर सूप-डाली बनाने वाले कारीगरों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। उनका कहना है कि बाजार में प्लास्टिक के सामानों की बढ़ती पकड़ ने उनके पारंपरिक व्यवसाय को काफी प्रभावित किया है। कारीगर बताते हैं कि “साल भर में सिर्फ छठ जैसे त्योहारों पर ही लोग हमारे हाथों से बनी सूप और डाली खरीदते हैं। बाकी दिनों में हमारे बनाए सामान की बिक्री लगभग नहीं होती।”
Also Read: चुनाव प्रचार के दौरान फूट फूट कर रोने लगी पूर्व विधायक अन्नू शुक्ला
बाजार में इस समय सूप-डाली की कीमतें ₹80 से ₹100, जबकि बड़ी डाली ₹100 से ₹400 तक बिक रही हैं। छोटे दलिया की कीमत ₹30, चार कोना डाली ₹50 और पंखा ₹30 में उपलब्ध है।
कारीगरों का कहना है कि सूप-डाली बनाने में मेहनत काफी होती है, लेकिन मुनाफा बहुत कम मिलता है। उनका जीवन-यापन अब केवल त्योहारों के मौसम पर निर्भर रह गया है।





