Hazaribagh News: हजारीबाग जिले के टाटी झरिया के पास एक सुनसान और जोखिम भरे रास्ते पर यात्रियों से भरी एक ऑटो पलट जाने की दुखद घटना हुई। इस दुर्घटना में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। हादसे के वक्त वहां से गुजर रहे डुमरी विधायक जयराम महतो (Jayram Mahto) ने तुरंत मानवता का परिचय देते हुए घायलों की मदद के लिए कदम बढ़ाया।
विधायक जयराम महतो उस समय चुर्चू में आयोजित एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे। जब उन्हें दुर्घटना की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत अपनी गाड़ी रोककर घटना स्थल की ओर रुख किया। विधायक ने बिना किसी देर किए घायल यात्रियों को अपनी निजी गाड़ी में बिठाया और उन्हें नजदीकी अस्पताल तक सुरक्षित पहुँचाया। उनका यह मानवीय प्रयास लोगों के लिए एक प्रेरणा बन गया।
घटना स्थल पर मौजूद स्थानीय लोगों और परिजनों ने बताया कि हादसे के बाद सभी लोग भयभीत और असहाय थे। ऐसे में विधायक जयराम महतो का तुरंत पहुंचना और घायलों की मदद करना लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं था। उन्होंने विधायक को “फरिश्ता” तक कह डाला, जिन्होंने संकट की घड़ी में अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाई।
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इस पूरे मामले में विधायक जयराम महतो की संवेदनशीलता और तत्परता की सभी ने जमकर प्रशंसा की है। उनकी इस पहल ने यह साबित कर दिया कि संकट के समय सामाजिक जिम्मेदारी निभाना किस तरह एक जनप्रतिनिधि का कर्तव्य होता है। दुर्घटना के बाद विधायक ने अस्पताल में घायलों का हालचाल भी जाना और अधिकारियों को आवश्यक सहायता देने के निर्देश दिए।
इस घटना ने स्थानीय लोगों के दिलों में विधायक के प्रति विश्वास और सम्मान को और बढ़ा दिया है। मानवता की इस मिसाल ने सभी के लिए यह संदेश भी छोड़ा है कि सेवा भाव और समय पर मदद के बिना समाज में समरसता और सुरक्षा की कल्पना नहीं की जा सकती।
डुमरी विधायक जयराम महतो की यह घटना साबित करती है कि संकट की घड़ी में नेतृत्व का मतलब केवल पद या नाम नहीं, बल्कि मानवीय संवेदनाओं के साथ तत्परता और समर्पण भी होता है। ऐसे नेता ही समाज और प्रदेश के विकास की दिशा में सही मायनों में योगदान दे सकते हैं।