न्यूयॉर्क: भारतीय मूल के प्रसिद्ध ब्रिटिश-अमेरिकी लेखक Salman Rushdie पर चाकू से हमला करने वाले हादी मतर को अदालत ने 25 साल की जेल की सजा सुनाई है।
Salman Rushdie’s attacker Hadi Matar gets max sentence for horrific stabbing https://t.co/7nAedYCJvH pic.twitter.com/1a6aYJNajQ
— New York Post Metro (@nypmetro) May 16, 2025
साल 2022 में हुए इस हमले ने दुनियाभर में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लेखकों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी थी।
हमले में गई एक आंख की रोशनी, कई महीने अस्पताल में रहे Salman Rushdie
यह हमला उस वक्त हुआ जब रुश्दी न्यूयॉर्क के चॉटोक्वा इंस्टीट्यूशन में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। नकाबपोश हमलावर ने मंच पर चढ़कर उनके सिर और शरीर पर 12 से अधिक बार चाकू से हमला किया। इस हमले में रुश्दी की एक आंख की रोशनी चली गई और उन्हें कई महीनों तक इलाज और रिकवरी के दौर से गुजरना पड़ा।
यह भी पढ़े: धनबाद पुलिस कार्यालय में क्राइम मीटिंग का हुआ आयोजन, दिए कई निर्देश
Salman Rushdie: अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर आरोपी ने दी सफाई
सजा सुनाए जाने से पहले हादी मतर ने अदालत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर बयान दिया और रुश्दी को ‘पाखंडी’ बताया। हालांकि, अदालत ने इसे गंभीर अपराध मानते हुए सख्त फैसला सुनाया।
जिला अटॉर्नी जेसन श्मिट ने जानकारी दी कि मतर को रुश्दी की हत्या के प्रयास के लिए अधिकतम 25 साल की सजा और मंच पर मौजूद एक अन्य व्यक्ति को घायल करने के लिए 7 साल की अतिरिक्त सजा दी गई है। हालांकि, दोनों सजाएं एक साथ चलेंगी।
Salman Rushdie ने पेश किया बयान, खुद कोर्ट नहीं पहुंचे
हमलावर की सजा सुनाए जाने के दौरान सलमान रुश्दी कोर्ट में मौजूद नहीं थे, लेकिन उन्होंने एक लिखित बयान भेजा। मुकदमे के दौरान वह मुख्य गवाह के तौर पर पेश हुए थे और उन्होंने हमले की पूरी घटना अदालत को बताई थी।
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर फिर छिड़ी बहस
यह हमला ना केवल एक प्रसिद्ध लेखक पर व्यक्तिगत आक्रमण था, बल्कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भी एक सीधा हमला माना गया। साल 1989 में अपनी किताब “The Satanic Verses” को लेकर विवादों में रहे सलमान रुश्दी लंबे समय से कट्टरपंथियों के निशाने पर रहे हैं।