Hazaribagh News:- हज़ारीबाग शहर के कानी बाज़ार स्थित मुनका बगीचा धर्मशाला शिवालय में रविवार रात सार्वजनिक पूजा-अर्चना को लेकर दो समुदायों के बीच विवाद गहरा गया। हालात बेकाबू होने पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसमें महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल हो गए।

घटना रविवार रात करीब 12 बजे की है जब मुनका बगीचा परिसर का मुख्य द्वार खुला था और अग्रवाल समुदाय के लोग मंदिर परिसर में घूम रहे थे। कानी बाज़ार के लोगों ने इस पर आपत्ति जताई। उनका कहना था कि इलाके में धारा 144 (खबर में धारा 163 लिखी है, शायद गलती से) लागू है, जो दोनों पक्षों पर समान रूप से लागू है।
कानी बाज़ार के निवासियों का आरोप है कि वे कानून का पालन करते हुए परिसर में प्रवेश नहीं कर रहे थे, बल्कि अग्रवाल समुदाय के लोग निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए परिसर में जा रहे थे। इसी बात पर विवाद बढ़ गया और दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए।
अग्रवाल समुदाय के लोगों ने बिगड़ते हालात की सूचना पुलिस को दी। सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए और मौके पर पहुँची सदर थाना पुलिस के सामने ही प्रदर्शन करने लगे। कानी बाजार रोड जाम कर दिया गया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
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स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। पुलिस की अपील के बावजूद प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज के दौरान भगदड़ मच गई और दर्जनों लोग घायल हो गए।
इस पूरे मामले में पुलिस ने रोशन झा को कानून-व्यवस्था भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
घटना के बाद कानी बाजार के लोग अपनी शिकायत लेकर सांसद मनीष जायसवाल के पास पहुँचे। सांसद ने दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता कर समाधान निकालने की कोशिश की और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।





