नई दिल्ली – भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया संघर्ष विराम (India-Pak Ceasefire) के बाद पैदा हुए राजनीतिक और कूटनीतिक माहौल में मंगलवार को विदेश मंत्रालय ने दो टूक बयान देते हुए स्पष्ट किया कि पीओके भारत का अभिन्न हिस्सा है और पाकिस्तान को इसे तुरंत खाली करना चाहिए।
VIDEO | Addressing a press conference, MEA spokesperson Randhir Jaiswal says,”The other day, you saw that after the Cabinet Committee on Security (CCS) decision, the Indus Water Treaty has been put in abeyance. I would also like to take you back a little. The Indus Water Treaty… pic.twitter.com/p1IMz26kUa
— Press Trust of India (@PTI_News) May 13, 2025
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्यापार को लेकर किए गए दावे को भी भारत ने सिरे से खारिज कर दिया है।
India-Pak Ceasefire: व्यापार की कोई बात नहीं हुई – MEA
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
“7 मई से 10 मई के बीच सैन्य हालात को लेकर भारत और अमेरिका के बीच बातचीत हुई, लेकिन किसी भी स्तर पर व्यापार पर कोई चर्चा नहीं हुई। यह दावा पूरी तरह निराधार है।”
India-Pak Ceasefire: POK पर भारत का दो टूक रुख: “पाकिस्तान खाली करे ज़मीन”
MEA प्रवक्ता ने पाकिस्तान के ताज़ा बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
“एक ऐसा देश जिसने औद्योगिक पैमाने पर आतंकवाद को बढ़ावा दिया है, वह अगर ये सोचता है कि उसके पास जवाबदेही से बचने का कोई रास्ता है, तो यह केवल खुद को धोखा देने जैसा है।
भारत द्वारा नष्ट किए गए आतंकी ठिकाने केवल भारतीय ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के निर्दोष लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार थे।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत का स्पष्ट रुख है कि जम्मू-कश्मीर से जुड़ा कोई भी मसला केवल द्विपक्षीय स्तर पर सुलझाया जाएगा, और इसमें किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं हो सकती।
India-Pak Ceasefire: पाकिस्तान के झूठे दावों पर सैटेलाइट फुटेज का जवाब
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार द्वारा विदेशी मीडिया को दिए इंटरव्यू में की गईं टिप्पणियों पर भी रणधीर जायसवाल ने करारा पलटवार किया:
“जो दावा कर रहे हैं कि उन्होंने भारत पर हमला किया, उनसे बस इतना कहना है कि सैटेलाइट फुटेज देख लें। फर्क साफ हो जाएगा कि किसने कहां और क्या नुकसान किया।
जीत का झूठा दावा करना पाकिस्तान की पुरानी आदत है, जो हर बार की तरह इस बार भी दोहराया गया है।”
भारत का रुख स्पष्ट: कोई समझौता नहीं
सैन्य कार्रवाई के बाद हुए संघर्षविराम को लेकर भारत ने अपनी शर्तें स्पष्ट की थीं, और पाकिस्तान को चेताया गया था कि अगर भविष्य में आतंकवाद को समर्थन मिला तो जवाब और भी सख्त होगा।
सिंधु जल संधि, व्यापार, वीज़ा और बॉर्डर पर पहले से लगे प्रतिबंध अब भी जारी हैं।
सारांश में:
- भारत ने ट्रंप के व्यापार वाले दावे को खारिज किया
- POK पर सख्त रुख: पाकिस्तान को खाली करने को कहा
- तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को भारत ने दोहराया खारिज
- पाक के ‘जीत के दावे’ को बताया झूठा और हास्यास्पद
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