बिहार विधानसभा में नेता विपक्ष Tejashwi Yadav ने राज्य सरकार पर शराबबंदी कानून को लेकर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह कानून अब केवल मजाक बनकर रह गया है और इसके नाम पर सबसे ज्यादा शोषण गरीब, दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों का हो रहा है।
आज की प्रेस वार्ता:-
बिहार पुलिस और बिहार सरकार ने शराबबंदी को अवैध उगाही, तस्करी और भ्रष्टाचार का एक सशक्त उपकरण बना लिया है।
𝟏. शराबबंदी के नाम पर बिहार में 𝟒𝟎 हज़ार करोड़ से अधिक के अवैध कारोबार यानि 𝐁𝐥𝐚𝐜𝐤 𝐌𝐚𝐫𝐤𝐞𝐭 अर्थात् काला बाजार की समानांतर अर्थव्यवस्था चल… pic.twitter.com/LGhLZjQG1A
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 12, 2025
पटना में राजद कार्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि शराबबंदी लागू होने के बावजूद बिहार में 40 हजार करोड़ रुपये से अधिक का अवैध शराब कारोबार फल-फूल रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक इस कानून के तहत करीब 14.20 लाख लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें अधिकांश गरीब और कमजोर वर्ग के लोग शामिल हैं।
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Tejashwi Yadav ने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों का हवाला देते हुए कहा कि अदालत ने भी माना है कि शराब की तस्करी में पुलिस की भूमिका संदेह के घेरे में है। उन्होंने कहा कि पुलिस सिर्फ उगाही, भ्रष्टाचार और कानून के दुरुपयोग में लिप्त है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार की कार्रवाई पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण है। लाखों गिरफ्तारियों के बावजूद असली तस्करों और सप्लायरों के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया है। किसी जिले के एसपी या डीएसपी तक पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
तेजस्वी ने मांग की कि शराबबंदी कानून की आड़ में गरीबों को निशाना बनाने की बजाय उन अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होनी चाहिए जो इस कानून को विफल करने में भूमिका निभा रहे हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में तेजस्वी यादव ने यह भी घोषणा की कि राजद 14 अप्रैल को बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती प्रदेश की हर पंचायत के दलित टोले और मोहल्ले में मनाएगा।