नई दिल्ली: भारत के उपराष्ट्रपति Jagdeep Dhankhar ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
— Vice-President of India (@VPIndia) July 21, 2025
उन्होंने सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना त्यागपत्र सौंपा। यह देश के इतिहास में पहली बार हुआ है जब किसी उपराष्ट्रपति ने कार्यकाल के बीच में पद छोड़ा हो।
Jagdeep Dhankhar: स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए इस्तीफा
अपने इस्तीफे में धनखड़ ने लिखा है—
“मैं स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए और डॉक्टरों की सलाह का पालन करते हुए भारत के उपराष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देता हूं। यह त्यागपत्र संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के अनुरूप है।”
धनखड़ ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्रिपरिषद और सांसदों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
भारत की प्रगति का साक्षी बनना गर्व की बात: Jagdeep Dhankhar
धनखड़ ने अपने पत्र में लिखा—
“इस परिवर्तनकारी युग में भारत की अभूतपूर्व प्रगति का साक्षी बनना मेरे लिए गर्व की बात रही है। भारत की वैश्विक उपलब्धियों और उज्ज्वल भविष्य में मेरी पूर्ण आस्था है।”
अचानक बिगड़ी थी तबीयत
गत माह उत्तराखंड दौरे पर कुमाऊं विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के बाद धनखड़ की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। डॉक्टरों ने तत्काल चिकित्सा दी थी। इसके बाद से ही उनके स्वास्थ्य को लेकर अटकलें लग रही थीं।
कार्यकाल 2027 तक था, बीच में इस्तीफा देने वाले पहले उपराष्ट्रपति
धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था। उन्होंने पहले सार्वजनिक रूप से कहा था कि “ईश्वर की कृपा से अगस्त 2027 में सेवानिवृत्त होंगे।” लेकिन अब वह देश के पहले ऐसे उपराष्ट्रपति बन गए हैं, जिन्होंने कार्यकाल के बीच में ही पद छोड़ दिया।
Jagdeep Dhankhar News: राजनीति और संवैधानिक सेवाओं में लंबा अनुभव
पेशे से वकील रहे जगदीप धनखड़ उपराष्ट्रपति बनने से पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रह चुके हैं। उन्होंने संसद के उच्च सदन में सभापति के रूप में कई अहम फैसलों और कार्यवाही का संचालन किया।
आगे क्या?
धनखड़ के इस्तीफे के बाद नई उपराष्ट्रपति की नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द शुरू होने की संभावना है। संसद के मानसून सत्र से पहले इस पर राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं।
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