Bokaro News — चंदनकियारी प्रखंड के किसानों पर एक बार फिर आपदा का साया मंडरा गया है। गवई बराज परियोजना की नहर एक बार फिर टूट गई, जिससे सैकड़ों एकड़ खेतों में जलभराव हो गया और कई किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गईं।
ग्रामीणों के अनुसार, यह कोई पहली घटना नहीं है — गवई परियोजना में व्याप्त अनियमितताओं और घटिया निर्माण कार्य के कारण यह नहर अक्सर टूटती रही है। इस बार हुई टूट से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
131 करोड़ रुपये की लागत से बनी यह परियोजना, अब लोगों को राहत देने के बजाय उनके लिए मुसीबत बनती जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि परियोजना में भ्रष्टाचार के चलते बार-बार ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
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घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल मुआवजा देने और पूरी परियोजना की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। कई किसान अपनी बर्बाद हुई फसलों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के पास पहुंचे, लेकिन अभी तक कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल पाया है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो वे प्रदर्शन और घेराव जैसे कदम उठाने को मजबूर होंगे।