Buxar News: विधानसभा चुनाव अब नजदीक है और नीतीश सरकार राज्य को आधुनिक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है और भ्रष्टाचार भी चरम पर है. अभी पिछले फरवरी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान बक्सर का दौरा किया था. जिनका उद्देश्य जिले को प्रगति के पथ पर लगातार आगे बढ़ाना है, उनके दौरे के दौरान बक्सर जिले को कई सौगातें दी गईं और कई कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन भी किया गया.
जिसमें मुख्य रूप से बक्सर जिले के सिमरी प्रखंड के परसनपाह में बने आधुनिक पंचायत भवन का उद्घाटन और केशवपुर में बने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का उद्घाटन शामिल है. जिसमें मुख्य रूप से बक्सर जिले के सिमरी प्रखंड के परसनपाह में बने आधुनिक पंचायत भवन का उद्घाटन और केशवपुर में बने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का उद्घाटन शामिल है.
सरकार के आधुनिक पंचायत भवन के निर्माण का उद्देश्य एक ही छत के नीचे सभी सार्वजनिक सेवाओं से संबंधित सेवाएं प्रदान करना है, जिसमें मुख्य रूप से आय, आवास, जाति के साथ-साथ राजस्व संबंधी कार्य, आजीविका के लिए भवन, डाकघर, पार्क और अन्य चीजें एक ही भवन के नीचे उपलब्ध हैं। इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फरवरी महीने में किया था, इसे बनाने की कुल लागत लगभग 1 करोड़ इकतीस लाख रुपये थी, जिसे उद्घाटन से पहले टीवी 45 ने दिखाया था, हालांकि उस समय प्रगति यात्रा थी और प्रशासन द्वारा जल्दबाजी में काम किया गया था।
लेकिन उद्घाटन के दो महीने बाद भी क्या ये सेवाएं लगातार चल रही हैं, क्या वहां के लोगों को इनका लाभ मिल रहा है, क्या इमारत की हालत और रखरखाव ठीक से हो रहा है? इन सब बातों पर ग्राउंड रिपोर्टिंग के लिए जब टीवी 45 की टीम वहां पहुंची तो उन्हें वहां अलग ही माहौल देखने को मिला.
जब हमने आधुनिक पंचायत भवन के उन कमरों को देखा जिनमें अलग-अलग विभागों के बोर्ड लगे हुए थे तो पता चला कि सभी कमरों में ताला लगा हुआ था और वहां कोई नहीं था, जबकि समय करीब 2 बजे का था और यही समय कामकाज का भी होता है. यहां तक कि सार्वजनिक सेवाओं के लिए उपलब्ध कमरों पर भी ताला लगा दिया गया।
जब वहां मौजूद उस बिल्डिंग के केयरटेकर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सभी लोग छुट्टी पर गए हैं और वहां के मुखिया भी नदारद दिखे. जब हम इसके पीछे पार्क में गए तो वहां की स्थिति और भी खराब थी, मई का महीना होने के बावजूद हैंडपंप टूटा हुआ था। जिसमें गर्मी अपने प्रचंड रूप में रहती है. निर्मित भवनों की हालत भी जर्जर है और जगह-जगह दरारें दिख रही हैं। जिससे पता चलता है कि इसमें भी कहीं न कहीं भ्रष्टाचार की बू आ रही है.
वर्तमान समय में ग्राउंड रिपोर्टिंग से यह स्पष्ट हो रहा है कि हर जगह भ्रष्टाचार व्याप्त है, जिसका जीता जागता उदाहरण परसनपाह पंचायत है, जिसमें व्यवस्थाएं तो हैं, लेकिन व्यवस्थापक गायब हैं. विधानसभा चुनाव अब नजदीक आ रहे हैं.
अमरेन्द्र दुबे,संवाददाता, बक्सर