Srinagar: PM Modi ने शुक्रवार को 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर देशवासियों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने योग के महत्व और इसके स्वास्थ्य लाभों पर जोर देते हुए कई महत्वपूर्ण बातें साझा की.
प्रधानमंत्री का संबोधन डल झील के किनारे शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में सुबह 6.30 बजे शुरू होने वाला था लेकिन लगातार बारिश के कारण कार्यक्रम को इनडोर में स्थानांतरित करना पड़ा.
शुभकामनाएं और योग के प्रसार पर बल: PM Modi
पीएम मोदी ने देश के लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा “योग दिवस पर मैं देश के लोगों और दुनिया के कोने-कोने में योग करने वाले लोगों को शुभकामनाएं देता हूं. दुनिया भर में योग करने वालों की संख्या बढ़ रही है.” उन्होंने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस ने 10 साल का ऐतिहासिक सफर पूरा कर लिया है.
2014 में जब मैंने संयुक्त राष्ट्र में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा था तब 177 देशों ने इसे समर्थन दिया था. यह अपने आप में एक रिकॉर्ड था और तब से लेकर अब तक योग दिवस नए रिकॉर्ड बनाता जा रहा है.
योग के महत्व पर जोर
प्रधानमंत्री ने कहा “योग स्वयं और समाज के लिए है. जैसा कि हम 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को मना रहे हैं मैं सभी से योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने का आग्रह करता हूं. योग शक्ति, अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देता है.” उन्होंने श्रीनगर की तारीफ करते हुए कहा “मुझे ‘योग’ और ‘साधना’ की भूमि पर आने का मौका मिला है.
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श्रीनगर में हम योग से मिलने वाली ‘शक्ति’ को महसूस कर सकते हैं.” पीएम मोदी ने बताया “भारत में इस साल 101 साल की एक महिला योग शिक्षिका को पद्मश्री से सम्मानित किया गया. वह कभी भारत नहीं आईं लेकिन उन्होंने अपना पूरा जीवन योग के बारे में जागरूकता पैदा करने में समर्पित कर दिया. आज योग पर प्रतिष्ठित शोध हो रहे हैं. दुनिया भर के विश्वविद्यालयों और संस्थानों में शोध पत्र प्रकाशित हो रहे हैं.”
समारोह की विशेषताएं
प्रधानमंत्री का भाषण जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में योग दिवस समारोह से पहले आया. दुनिया भर में लाखों लोगों ने इस अवसर को मनाने के लिए अपना योगा मैट लगाया और योग अभ्यास किया. श्रीनगर में पीएम मोदी का यह संबोधन योग के महत्व और इसके प्रसार को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था. कार्यक्रम का स्थानांतरण बारिश के कारण हुआ लेकिन इससे योग के प्रति लोगों का जोश कम नहीं हुआ.
पीएम मोदी का संदेश न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में योग के प्रति बढ़ते हुए आकर्षण और इसके स्वास्थ्य लाभों को उजागर करने में महत्वपूर्ण रहा.