नेतरहाट विद्यालय में बच्चों के साथ रैगिंग के नाम पर किया जा रहा मारपीट

Latehar: शैक्षणिक स्कूलो में रैगिंग ना होने पाए इसके लिए राज्य सरकारों और केंद्र सरकार की तरफ से कई कदम उठाए गए हैं। वहीं, एंटी शैक्षिणिक संस्थानों में रैगिंग ने होने पाए इसको लेकर यूजीसी भी सख्त है। समय-समय पर यूजीसी की तरफ से रैगिंग रोकने के लिए गाइडलाइंस भी जारी की जाती रहती है। बावजूद इसके शैक्षणिक संस्थानों से आए दिन रैगिंग की खबरें आती रहती हैं। अब ऐसा ही मामला लातेहार जिले नेतरहाट विश्वविद्यालय के एक से आया है। जिसे जानकार आप भी हैरान रह जाएंगे।

दरअसल लातेहार जिले के प्रसिद्ध नेतरहाट विद्यालय (Netarhat School) के सीनियर छात्रों ने अत्याचार की हद पार कर दी और अपने जूनियर छात्रों के साथ रेंगिग के नाम पर मारपीट गाली गलौज करने पर उतारु हो गए। जिसका नतीजा है कि कई छात्रो ने स्कूल छोड़कर अपने घर चले गए। यह मामला तब प्रकाश में आया जब नेतरहाट के विद्यालय के जूनियर छात्र शांतनु कुमार चतरा निवासी के साथ अहले सुबह तकरीबन 6:00 सीनियर छात्रों ने रूम में घुसकर मारपीट करने लगे। जब उनका मन नहीं भरा तो विकेट से वार करने लगे।

युवक उनका अत्याचार सहन नहीं कर पाया और कीटनाशक की दवा खाली गनीमतों हो कि समय रहते युवक को लातेहार सदर अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टर के द्वारा प्राथमिक उपचार की जा रही है फिलहाल युवक की स्थिति ठीक बताई जा रही है वही युवक ने बताया कि यह सिलसिला पिछले 6 महीना से चल रहा हैं। सीनियर छात्र सुनील कुमार अपने पांच टीमों का गैंग बना रखा है। जूनियर छात्र नया हो या पुराना उनके साथ मारपीट करने लगता हैं यहां तक कि जब हम लोग खेलने के लिए भी जाते हैं तो वे लोग विकेट से भी मारने लगते हैं। कई बार उनके खिलाफ शिकायत की गई मगर कुछ नहीं हुआ।

जब उनको यह भनक लगता है तो वह दोबारा फिर हम लोगों के साथ मारपीट करने लगते हैं जिसका नतीजा है कि हम लोग सहन नहीं कर पाते हैं। यहां तक कि रहना खाना पीना भी उन्होंने दुश्वार कर दिया हैं। समस्या को लेकर हमने माता-पिता को भी इसकी जानकारी दिए कि हम यहां नहीं रहना चाहते हैं मगर वह भी हम लोगों के साथ डांट फटकार करने लगते हैं और कहते हैं कि इस समस्या के बारे में वहां के शिक्षक से बात करेंगे मगर हमारी माता-पिता किए गए शिकायत का वहां के शिक्षक पर कोई असर नहीं पड़ता है जिसका नतीजा है कि वह लड़के बेखौफ होकर आए दिन हम लोगों के साथ अत्याचार करते हैं। आज सुबह भी पांच की संख्या में वे लोग मेरे रूम पर आए और मेरे साथ मारपीट शुरू कर दिया सहन की सीमा पार हो गई तब हमने जहर खाली ताकि इस घुटन से छुटकारा मिल सके। कहां की उनके अत्याचार से कई छात्र स्कूल छोड़कर अपने घर चले गए।

क्या कहते हैं स्कूल के प्रिंसिपल संतोष पाठक

इस संबंध में जब दूरभाष से नेतरहाट विद्यालय के प्रिंसिपल संतोष पाठक से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ मामला नहीं है। युवक ने कोई जहर नहीं खाया है आप इसकी जांच कर सकते हैं युवक पहले से ही हॉस्टल में रहना नहीं चाहता था और ऐसा कदम उठाया है।

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