Samastipur News: स्थानीय विधायक एवं बिहार विधान सभा के मुख्य सचेतक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने मंगलवार को सदर अस्पताल समस्तीपुर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने आपातकालीन वार्ड में भर्ती मरीजों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना तथा मौके पर मौजूद अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. गिरीश कुमार को कई दिशा-निर्देश दिए।
इमरजेंसी वार्ड में बेड की कमी और उपकरणों की लापरवाही पर चिंता
विधायक शाहीन ने कहा कि आपातकालीन वार्ड में बेड की संख्या बेहद कम है, जो मरीजों के लिए गंभीर समस्या है। उन्होंने आपातकालीन विभाग में उपकरणों के समुचित उपयोग पर भी नाराजगी जताई और कहा कि लापरवाही के कारण एचआईवी जैसे संक्रमण का खतरा बना रहता है।
भवन निर्माण में देरी और जलजमाव पर जताई आपत्ति
अस्पताल परिसर में बन रहे चाइल्ड केयर यूनिट और अन्य भवनों का भी उन्होंने जायजा लिया और कहा कि निर्धारित समय के बाद भी निर्माण कार्य का अधूरा रहना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। परिसर में फैले जल जमाव को लेकर भी उन्होंने आपत्ति व्यक्त की।
टीबी मरीजों के वार्ड और दिव्यांग प्रमाण पत्र में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया
विधायक ने कहा कि टीबी और अन्य संक्रामक बीमारियों से ग्रसित मरीजों के वार्ड को अगल-बगल रखना चिकित्सा दृष्टिकोण से अनुचित है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर कमीशन लिया जा रहा है, जिस पर तत्काल रोक लगाई जाए।
सदर अस्पताल को रेफर यूनिट बनने से रोकने की अपील
उन्होंने उपाधीक्षक को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि अस्पताल में ईमानदारी और तत्परता से मरीजों का इलाज होना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि सदर अस्पताल को केवल रेफर यूनिट बनाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अस्पताल में व्याप्त अराजकता को हर हाल में समाप्त किया जाना चाहिए।