झारखंड लोक क्रांति मोर्चा (JLKM) की तेज़तर्रार महिला नेता निशा भगत को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। पार्टी सुप्रीमो और डुमरी से विधायक जयराम महतो ने यह कड़ा निर्णय लेते हुए निशा भगत को JLKM के सभी पदों और जिम्मेदारियों से अगले छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया।
ईसाई समुदाय के बारे में बोली तो @JLKMJHARKHAND को मिर्ची नहीं लगी …कुर्मी समुदाय के लिए बोली तो बवाल कर रहे हैं। कुर्मी समुदाय किसी कीमत पर आदिवासी हितैषी नहीं हो सकते।
पार्टी पहले छोड़ती तो कुर्मियों के मानसिकता का पता नहीं चलता। उम्मीद करती हूं कि 👇 pic.twitter.com/0t91ZLHkZt— Nisha kumari Bhagat (@NishaGumla) September 6, 2025
बताया जा रहा है कि कुड़मी समुदाय को लेकर निशा भगत द्वारा दिए गए विवादित बयान के बाद पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा, जिसके चलते यह अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई।
पार्टी नेतृत्व ने स्पष्ट किया कि JLKM किसी भी प्रकार के सामाजिक वैमनस्य या आपत्तिजनक टिप्पणी का समर्थन नहीं करता और संगठनात्मक अनुशासन सर्वोपरि है। जयराम महतो ने कहा कि पार्टी में जिम्मेदारी संभालने वालों को संयम और संवेदनशीलता का पालन करना चाहिए।
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इस कार्रवाई के बाद पार्टी में हलचल मच गई है, और इसे JLKM के अंदर एक बड़ा संगठनात्मक संदेश माना जा रहा है।