Latehar: जिले में शराब दुकानों में काम करने वाले प्रभारी और सहायक कर्मचारियों ने शुक्रवार को सभी दुकानों को बंद कर अपना विरोध जताया। कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें पिछले छह माह से वेतन नहीं मिला है और अब कंपनी द्वारा उन्हें जबरन हटाया जा रहा है।
दुकान नंबर 1 के प्रभारी आयुष कुमार ने बताया कि शुक्रवार को कंपनी केएस मल्टीफैसिलिटी प्राइवेट लिमिटेड के कुछ प्रतिनिधि पहुंचे और उन्हें दुकान हैंडओवर करने का निर्देश दिया। जब कर्मचारियों ने इसका विरोध किया तो उन्हें हटाने की धमकी दी गई। आयुष कुमार ने बताया, “हम पिछले छह महीने से बिना वेतन के काम कर रहे हैं। अब कंपनी हमें बिना कारण बताए हटाना चाह रही है। यह न केवल नियमों के खिलाफ है, बल्कि हमारे जीविकोपार्जन पर सीधा असर डाल रहा है।”
कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि कंपनी के मुख्य कॉर्डिनेटर मनोज यादव से वेतन की बात करने पर उन्हें नौकरी से निकालने और धमकाने का प्रयास किया जाता है। इसके अलावा, कर्मचारियों ने यह भी कहा कि कंपनी के कुछ लोग अवैध रूप से पैसों की मांग करते हैं और जब उन्हें पैसे नहीं दिए जाते, तो मनचाहे व्यक्तियों को नियुक्त कर घोटाले की कोशिश की जाती है।
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इस पूरी घटना के विरोध में सभी प्रभावित कर्मचारियों ने पूर्व में समाहरणालय के समक्ष धरना भी दिया था और उपायुक्त तथा उत्पाद अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा था। बावजूद इसके, कंपनी की ओर से अब लगातार दुकानों को जबरन खाली कराने का दबाव बनाया जा रहा है।
प्रभारी कर्मचारियों ने कहा कि यदि न्याय नहीं मिला तो वे अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। उनका कहना है कि जब तक कंपनी स्पष्ट जवाब नहीं देती और बकाया मानदेय का भुगतान नहीं करती, तब तक वे अपना विरोध जारी रखेंगे।