Jamtada: जामताड़ा प्रखंड के केंदबोना ग्राम में मंगलवार को महान देशभक्त, दानवीर एवं महाराणा प्रताप के परम सहयोगी भामाशाह की जयंती बड़े श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। इस अवसर पर गांववासियों सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता चांदो मंडल ने की, जबकि उपाध्यक्ष की भूमिका कृष्णा साहू ने निभाई।
भामाशाह की स्मृति में आयोजित इस कार्यक्रम में उनके जीवन और देशभक्ति के कार्यों को याद किया गया। ज्ञात हो कि भामाशाह का जन्म 29 अप्रैल, 1547 को राजस्थान के मेवाड़ राज्य में हुआ था। वे महाराणा प्रताप के विश्वस्त मित्र और राज्य के कोषाध्यक्ष थे। हल्दीघाटी युद्ध के बाद आर्थिक संकट से जूझ रहे महाराणा प्रताप को उन्होंने 20 लाख स्वर्ण मुद्राएं और 2.5 करोड़ चांदी की मुद्राएं दान में दी थीं, जिससे प्रताप पुनः सेना संगठित कर मुगलों से संघर्ष कर सके।
इस विशेष अवसर पर बाबा नायक जनकल्याण समिति के संस्थापक दुबराज मंडल, नारी शक्ति की अध्यक्ष आभा आर्या समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम में भामाशाह की स्मृति में एक चबूतरे का निर्माण भी किया गया। दुबराज मंडल ने भामाशाह के त्याग, सेवा और राष्ट्रप्रेम को आज के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बताया।
कार्यक्रम के अंत में पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की गई और शहीदों की स्मृति में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। पूरे कार्यक्रम का माहौल देशभक्ति और सामाजिक एकता की भावना से ओतप्रोत रहा।