Hazaribagh: स्थानीय नगर भवन, हजारीबाग में जिला स्वास्थ्य समिति (यक्ष्मा) के तत्वावधान में “टीबी उन्मूलन कार्यक्रम 2025” के अंतर्गत एक सम्मान समारोह सह उन्मुखीकरण शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जिले के मुखिया एवं पंचायत सचिवों को टीबी उन्मूलन में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।
समारोह की मुख्य अतिथि उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2025 तक जिले के सभी पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, और इसे प्राप्त करने के लिए सभी को पूरी तन्मयता एवं समर्पण भाव से कार्य करना होगा। उन्होंने इस दिशा में जिला प्रशासन द्वारा हर संभव सहयोग प्रदान करने की बात भी कही।
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष श्री उमेश प्रसाद मेहता ने पंचायत प्रतिनिधियों से अपील की कि वे टीबी उन्मूलन अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं और समाज को इस बीमारी से मुक्त करने में प्रशासन का सहयोग करें।
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. आर.के. जायसवाल ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों को टीबी उन्मूलन से जुड़ी विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि समुदाय के लोगों को टीबी के लक्षणों के प्रति जागरूक कर, रोगियों की पहचान कर समय पर इलाज सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है।
कार्यक्रम में वर्ष 2024 में टीबी मुक्त घोषित किए गए तीन पंचायतों को सम्मानित किया गया। इसमें केरेडारी प्रखंड का केरेडारी पंचायत, बरही प्रखंड का धनवार पंचायत एवं बरकट्ठा प्रखंड का सूदन पंचायत शामिल हैं। उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय ने संबंधित पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशस्ति पत्र एवं महात्मा गांधी की प्रतिमा भेंट कर सम्मानित किया।
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विशेष उल्लेखनीय है कि केरेडारी पंचायत को लगातार दूसरे वर्ष टीबी मुक्त घोषित किए जाने पर महात्मा गांधी की रजत प्रतिमा प्रदान कर विशेष सम्मानित किया गया, जबकि सूदन एवं धनवार पंचायत को पहली बार टीबी मुक्त होने पर कांस्य प्रतिमा प्रदान की गई।
कार्यक्रम में विभिन्न स्वास्थ्य अधिकारियों, पंचायत प्रतिनिधियों एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। यह आयोजन जिले में टीबी के प्रति जागरूकता एवं इसके उन्मूलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखा जा रहा है।