पटना— बिहार (Bihar NDA) की राजनीति एक बार फिर गरमाई हुई है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की विधायक दल की बैठक में हुए विवाद के बाद सियासी गलियारों में हलचल मच गई है।
बैठक में उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी नेताओं के बीच कथित रूप से मतभेद सामने आए हैं। ऐसे में जदयू कोटे से मंत्री अशोक चौधरी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर नीतीश कुमार के पक्ष में खुलकर बयान दिया है।
Bihar NDA: Ashok Choudhary की चिट्ठी ने बदले सियासी तेवर
ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने जारी बयान में नीतीश कुमार को बिहार के “विकास का महानायक” बताया। उन्होंने जनता से अपील की कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लें और बिहार को आगे बढ़ाने के अभियान में सहभागी बनें। अशोक चौधरी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व को न्याय के साथ विकास की सोच का प्रतीक बताया।
Bihar NDA: नीतीश राज में हुआ सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन: अशोक चौधरी
मंत्री चौधरी ने 2005 से पहले के बिहार की स्थिति की तुलना वर्तमान विकास से करते हुए कहा कि उस समय राज्य की विकास दर 2.3% थी और बजट मात्र ₹23,000 करोड़। आज यह बढ़कर ₹3.17 लाख करोड़ हो गया है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण सड़कों की लंबाई 8,000 किलोमीटर से बढ़कर 1.17 लाख किलोमीटर हो गई है और राज्य पूर्ण विद्युतीकरण की ओर अग्रसर है।
Bihar NDA: शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण पर विशेष जोर
चौधरी ने बताया कि नीतीश कुमार ने शिक्षा को सामाजिक परिवर्तन का माध्यम बनाया है। आज हर टोले तक सड़क, हर गांव में बिजली और हर बच्चे के हाथ में किताब है। महिलाओं को 50% आरक्षण से सामाजिक बदलाव को बल मिला है। इसके अलावा AIIMS, IIT, NIT की स्थापना से उच्च शिक्षा को भी मजबूती मिली है।
क्या NDA में दरार के संकेत?
एनडीए की बैठक में हुए विवाद और उसके बाद केवल जदयू के वरिष्ठ मंत्री की प्रतिक्रिया ने सियासी समीकरणों को नया मोड़ दे दिया है। विजय सिन्हा और नीतीश खेमे के बीच खींचतान की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं। हालांकि भाजपा या जदयू की ओर से औपचारिक रूप से कोई बयान नहीं आया है, लेकिन अशोक चौधरी की चिट्ठी को सियासी संदेश के तौर पर देखा जा रहा है।