Jamtara News: जामताड़ा नगर पंचायत (Jamtara Municipal Council) में इन दिनों अजीबोगरीब खेल देखने को मिल रहे हैं। सोमवार को जामताड़ा नगर पंचायत कार्यालय के द्वारा जबरन फुटपाथ की दुकानदारों को उजड़ा गया, बगैर सूचना दिए सड़क के किनारे से दुकानदारों की छुट्टी कर दी, शाम में जब विरोध हुआ तो रात में चुपचाप जाकर चिपका दिया नोटिस।
नगर निकाय चुनाव नहीं होने से शहर में सभी तरह की व्यवस्थाएं प्रभावित होती दिखाई दे रही हैं। जनप्रतिनिधि के अभाव में कार्यालय कर्मी और पदाधिकारी की मनमानी सड़क पर दिखाई देने लगी है। सोमवार को दिनभर भारी गहमागहमी का माहौल बना रहा। बस स्टैंड से लेकर सुभाष चौक तक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया जिसमें कुछ घंटे के लिए रोजगार कर जीवन यापन करने वाले दुकानदारों की फुटपाथ से छुट्टी कर दी गई।
टावर चौक पर लगने वाले ठेला और रेडी को हटाने गए नगर पंचायत के कर्मचारी, दुकानदारों के विरोध के बाद मौके से भाग खड़े हुए। करीब 4 घंटे की जाम के बाद पुलिस द्वारा समझाए जाने पर लोगों ने जाम तो हटा दिया लेकिन नगर पंचायत की कार्य प्रणाली पर उंगलियां उठाने से बाज नहीं आए। जब मंगलवार सुबह फुटपाथ के दुकानदार अपनी जगह पर पहुंचे तो एक नोटिस चिपका हुआ पाया।
मजेदार बात यह कि जो नोटिस पहले दिया जाना चाहिए था, वह अपने बेहतरी के लिए कार्रवाई के बाद चिपका दिया गया। मजेदार बात यह की आनन-फानन में चिपकाए गए इस नोटिस में 15 दिन पहले का डेट डाला गया है और हड़बड़ी में वर्ष भी गलत लिख दिए हैं। चिपकाए गए नोटिस पर नगर पंचायत का मोहर लगा हुआ है और उस पर 15 मई 2024 की तारीख अंकित है।
यह वाक्या दर्शाता है कि अपनी गलती पर पर्दा डालने के लिए कितने हड़बड़ी में है विभागीय कार्यालय, कि उन्हें वर्ष तक का ध्यान नहीं रहा। पुलिस के आश्वासन के मुताबिक आज दोपहर में दुकानदारों के साथ वरीय पदाधिकारी की वार्ता होनी है। ऐसे में विभाग के द्वारा खानपुर्ती किया जाना किसी को भी रास नहीं आ रहा।
नगर पंचायत कार्यालय से पहले गायछंद मोड़ पर कार्यालय कर्मियों के द्वारा दुकानदारों को बताया गया है कि किसी भी दुकान में कोयला जलाने के लिए पदाधिकारी ने बंद किया है। दुकानदारों को कहा गया जो लोग कोयल का इस्तेमाल करेंगे उनका कोयला जप्त होगा और चूल्हा भी तोड़ दिया जाएगा, ऐसे में एक तरफ जहां नगर पंचायत शहर में लोगों की सफाई कर रही है वहीं दूसरी तरफ लोगों में भारी आक्रोश भी दिख रहा है।
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