रायपुर: केंद्रीय गृहमंत्री Amit Shah ने रविवार को छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर अटल नगर में नक्सलवाद के खिलाफ अपनी सरकार के सख्त रुख को दोहराया।
वामपंथी उग्रवाद से भारत को मुक्त करने की दिशा में मोदी सरकार निरंतर आगे बढ़ रही है और इसका एक प्रमुख कारण राज्यों के साथ मजबूत समन्वय भी है। इस निर्बाध कोऑर्डिनेशन के कारण ही सुरक्षा बलों को नक्सलियों के खिलाफ सफलता मिल रही है।
आज नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ के साथ ही आंध्र प्रदेश,… pic.twitter.com/1ElfCcPduN
— Amit Shah (@AmitShah) June 22, 2025
उन्होंने स्पष्ट किया कि बारिश के मौसम में भी नक्सलियों को राहत नहीं मिलेगी और उनके खिलाफ अभियान बिना रुके जारी रहेगा।
इस बार मानसून में भी नहीं मिलेगा चैन: Amit Shah
नवा रायपुर में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (NFSU) और केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की आधारशिला रखते हुए शाह ने कहा,
“अब तक नक्सलियों को हर साल बरसात में आराम मिल जाता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। अभियान मानसून में भी जारी रहेगा। 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद का सफाया करके रहेंगे।”
नक्सलियों को केवल एक विकल्प: आत्मसमर्पण- Amit Shah
गृह मंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि सरकार नक्सलियों से किसी भी तरह की बातचीत नहीं करेगी। उन्होंने उन्हें सरेंडर करके मुख्यधारा में शामिल होने का विकल्प दिया।
“हथियार डालिए, विकास की यात्रा में शामिल हो जाइए। जो लोग आत्मसमर्पण कर चुके हैं, उन्हें सरकार की ओर से हर वादा निभाया जाएगा,” शाह ने कहा।
विकसित भारत के लिए जरूरी है नक्सलवाद का अंत
शाह ने प्रधानमंत्री मोदी के “विजन 2047” का ज़िक्र करते हुए कहा कि भारत को विकसित देश बनाने की राह में नक्सलवाद एक बड़ी बाधा है।
उन्होंने कहा, “देश में विकास, नवाचार, आधारभूत संरचना और आर्थिक प्रगति तभी संभव है, जब आंतरिक सुरक्षा मजबूत हो।”
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