Hazaribagh: हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज परिसर में स्थापित संजीवनी सेवा कुटीर को लेकर राज्य में सियासी घमासान तेज हो गया है। एक ओर जहां स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने सेवा कुटीर को हटाने का निर्देश मेडिकल कॉलेज प्रशासन को दे दिया है, वहीं सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने इस फैसले का खुलकर विरोध करते हुए स्वास्थ्य मंत्री को सीधी चुनौती दे डाली है।
गौरतलब है कि कुछ माह पूर्व सदर विधायक प्रदीप प्रसाद द्वारा सेवा कुटीर की स्थापना की गई थी, जिसका उद्देश्य मरीजों और उनके परिजनों को इलाज के दौरान हर संभव सहायता उपलब्ध कराना है। यह सेवा पूर्णतः निशुल्क है और अब तक 6000 से अधिक मरीजों को मदद मिल चुकी है। सेवा कुटीर में 12 युवक 24 घंटे सेवा कार्य में लगे हुए हैं।
प्रेस वार्ता के दौरान विधायक प्रदीप प्रसाद ने कहा, “मैं धमकी दे रहा हूं स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को कि सेवा कुटीर ऐसे ही निरंतर कार्य करता रहेगा। यह किसी भी कीमत पर यहां से नहीं हटेगा। मंत्री जी जो उखाड़ना है, उखाड़ लें।”
उन्होंने बताया कि सेवा कुटीर में हाल ही में एयर कंडीशनर भी लगाया गया है ताकि मरीजों और उनके परिजनों को गर्मी में राहत मिल सके। विधायक ने स्वास्थ्य मंत्री पर यह भी निशाना साधा कि उन्हें चाहिए था कि वे इससे बड़ा सेवा कुटीर बनवाकर लोगों की मदद करें, ना कि पहले से चल रहे सेवा केंद्र को हटाने का आदेश दें।
स्वास्थ्य मंत्री द्वारा यह आरोप लगाए जाने पर कि सेवा कुटीर में केवल हिंदू मरीजों को सहायता दी जाती है, विधायक ने इसे निराधार और भड़काऊ करार दिया। उन्होंने कहा, “6000 लोगों का डाटा एंट्री हमारे पास है। कोई भी आकर देख सकता है कि किस धर्म के लोगों को सेवा दी गई है। हम धर्म नहीं, इंसानियत के नाते सेवा करते हैं।”
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इस पूरे मामले को लेकर हजारीबाग में राजनीतिक माहौल गरमा गया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधि के बीच टकराव का यह मुद्दा किस दिशा में जाता है और आम जनता को इसका क्या प्रभाव झेलना पड़ता है।