Latehar: लातेहार जिले के चंदवा प्रखंड में एक अजीब घटना सामने आई. शुक्रवार को प्रखंड के हुटाप पंचायत के सुदूरवर्ती गांव में शादी से ठीक पहले दुल्हन ने अचानक फरार हो गई.
छोटी बहन ने भी परिवार के मान-सम्मान को बचाने के लिए शादी के लिए तैयारी की
इस मामले में शादी की निर्धारित तिथि और शादी की तैयारियों के बीच मंडप भी सजाया जा रहा था और बजे-बाजे के साथ बारात भी पहुंच गई थी.
वैवाहिक बंधन की तैयारियों के बीच गांव में बारातियों के लिए पकवान भी बन रहा था. सजा-सजी से सजी दुल्हन को मंडप में बिठाने का इंतजाम भी हो चुका था. सात फेरों की चल रही तैयारियों के बीच दुल्हन को लेकर मंडप की ओर बढ़ा जाना था, लेकिन इससे पहले ही दुल्हन ने घर छोड़कर फरार हो जाने का निर्णय लिया. इस अद्भुत घटना के बाद शादी की खुशियों में उमड़ा हुआ माहौल ग्रहण ले लिया.
Latehar News: दूल्हा शादी के लिए राजी नहीं हुआ
दूल्हा-दुल्हन के बीच विवाद और नोंक-झोंक के बाद जब दुल्हन फरार हो गई तो जगहंसाई और सामाजिक लोक लाज बचाने के लिए उनके पिता ने अपनी छोटी बेटी को उसी दूल्हे से शादी करने का सुझाव दिया. इस पर, छोटी बहन ने भी पिता की पगड़ी और परिवार के मान-सम्मान को बचाने के लिए शादी के लिए तैयारी की. लेकिन दूल्हा शादी के लिए राजी नहीं हुआ. विवाद बढ़ता देखते हुए पंचायत के मुखिया को बुलाया गया.
दोनों पक्षों ने उचित फैसले की मांग की परंतु मामला हल नहीं हुआ. शादी के ठीक पहले दुल्हन के फरार होने की सूचना मिलने के बाद प्रशासन ने इस मामले को शांत करने के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार की पहल पर कदम उठाया. इस दिशा में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पीएलवी राजेश प्रसाद ने इस महत्वपूर्ण सूचना को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पदाधिकारियों और प्रशासन को दी. प्रशासन ने पीएलवी की सूचना के बाद गांव में पहुंचा.
दोनों पक्षों को समझाते हुए और काफी मेहनत के बाद मामला शांत किया गया. अंततः बिना दुल्हन के ही बारात वापस लौटी। . प्रशासनिक टीम में चंदवा थाना के पुअनि किशोर मुंडा, रविन्द्र सिंह, पंचायत सचिव बालेश्वर उरांव समेत अन्य शामिल थे.
बिना दुल्हन के ही बारात को वापस लौटना पड़ा
लातेहार सदर प्रखंड के अंतर्गत सोहदाग गांव में कांगलू गंझू के बेटे की शादी हुटाप पंचायत के जिलिंग गांव में तय हुई थी. तय तिथि के अनुसार गुरुवार की देर रात्रि बारात पहुंची, लेकिन शादी के फेरों से पहले ही दुल्हन के भाग जाने से मामला उलटा पड़ गया और बिना दुल्हन के ही बारात को वापस लौटना पड़ा. प्रशासनिक टीम ने पीएलवी राजेश प्रसाद और जिला विधिक सेवा प्राधिकार की पहल पर तत्काल गांव में पहुंचा.अगर प्रशासनिक टीम नहीं पहुंचती तो मामला और भी गंभीर हो सकता था.