Patna: ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी को मजबूत करने की दिशा में एक प्रभावशाली पहल के रूप में महिला संवाद कार्यक्रम उभरा है। यह कार्यक्रम न केवल महिलाओं को अपनी आकांक्षाएं और अनुभव साझा करने का मंच दे रहा है, बल्कि उन्हें सामाजिक बदलाव के लिए प्रेरित भी कर रहा है।
18 अप्रैल से शुरू हुए इस कार्यक्रम का आयोजन प्रतिदिन सभी प्रखंडों में महिला ग्राम संगठनों के माध्यम से किया जा रहा है। इन आयोजनों में सरकार की महिला केंद्रित योजनाओं की जानकारी वीडियो के माध्यम से साझा की जा रही है, जिससे महिलाएं जागरूक और उत्साहित हो रही हैं।
कार्यक्रम के दौरान महिलाएं न केवल अपने अनुभव खुलकर साझा कर रही हैं, बल्कि स्थानीय समस्याओं जैसे—जल निकासी, नल-जल योजना की स्थिति, सड़कों की मरम्मत, सामुदायिक भवन एवं पुस्तकालय की मांग, विद्यालयों की उपलब्धता, शिक्षा की गुणवत्ता, स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी, वृद्धा और विकलांग पेंशन की समस्याएं एवं स्थानीय रोजगार के अवसर—पर खुलकर चर्चा कर रही हैं।
इस पहल के ज़रिए महिलाओं को पहली बार ऐसा मंच मिला है, जहाँ वे निर्भीक होकर अपनी बात रख रही हैं और समाधान के लिए सामूहिक सोच विकसित कर रही हैं।
इन कार्यक्रमों की एक और अहम विशेषता है सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लिया जा रहा संकल्प। आयोजनों में महिलाएं दहेज प्रथा, बाल विवाह, नशा और घरेलू हिंसा के खिलाफ सामूहिक शपथ ले रही हैं। यह दर्शाता है कि अब महिलाएं केवल समस्याओं को पहचान ही नहीं रही हैं, बल्कि उनके उन्मूलन के लिए एकजुट होकर प्रयासरत भी हैं।
महिला संवाद कार्यक्रम एक सशक्त सामाजिक परिवर्तन की बुनियाद रख रहा है। यह पहल ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने, नेतृत्व की क्षमता विकसित करने और सामाजिक विकास में सक्रिय भागीदार बनने की दिशा में प्रेरित कर रही है।
Also Read: अमरपुर में अपराध की साजिश रच रहे चार अपराधी गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार बरामद
सरकार और समाज के सहयोग से यदि इस कार्यक्रम को और अधिक सुदृढ़ किया जाए, तो यह आने वाले समय में ग्रामीण विकास का सशक्त आधार बन सकता है।