कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राजद नेता Tejashwi Yadav ने एनडीए सरकार की नई कैबिनेट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर जोरदार हमला बोला है.
पीढ़ियों के संघर्ष, सेवा और बलिदान की परंपरा को परिवारवाद कहने वाले
राहुल गांधी ने इसे “परिवारमंडल” कहते हुए उन मंत्रियों की लिस्ट जारी की है जिनके परिवार के सदस्य विभिन्न राजनीतिक पार्टियों में शामिल रहे हैं. राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा “पीढ़ियों के संघर्ष, सेवा और बलिदान की परंपरा को परिवारवाद कहने वाले अपने ‘सरकारी परिवार’ को सत्ता की वसीयत बांट रहे हैं. कथनी और करनी के इसी फर्क को नरेंद्र मोदी कहते हैं.”
कथित विरासत वाली पार्टियों की बदौलत ही आज उनकी सरकार और सियासत सांस ले पा रही है
वहीं बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि राजनीति में परिवारवाद के सबसे बड़े संरक्षणकर्ता, पालनकर्ता और पोषणकर्ता ही परिवारवाद पर लंबा-चौड़ा प्रवचन देते हैं. तेजस्वी ने कहा “कथित विरासत वाली पार्टियों की बदौलत ही आज उनकी सरकार और सियासत सांस ले पा रही है. उनके कथनी और करनी के इस अंतर को हमारे महान देश की महान जनता बखूबी समझती है.”
अपने राजनीतिक परिवारों को सत्ता में हिस्सेदारी दे रहे हैं: Tejashwi Yadav
दरअसल, लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान पीएम मोदी कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहते थे कि ये पार्टियाँ केवल अपने परिवार के लिए काम कर रही हैं. अब राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने मोदी पर पलटवार करते हुए कहा है कि वही लोग जो परिवारवाद का आरोप लगाते हैं अपने राजनीतिक परिवारों को सत्ता में हिस्सेदारी दे रहे हैं.
इस बयानबाजी से स्पष्ट है कि राजनीति में परिवारवाद का मुद्दा एक बार फिर से उभर आया है और इस पर पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस चल रही है. जनता के बीच इस मुद्दे को लेकर क्या प्रतिक्रिया होती है यह देखने वाली बात होगी.