Nawada Kand को लेकर बिहार की सियासत में हलचल मच गई है। बुधवार को नवादा जिले के मांझी टोला में दबंगों द्वारा 21 घरों को आग के हवाले कर देने की घटना ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला है।
Nawada Kand: लालू यादव ने साधा निशाना
लालू यादव ने नवादा की घटना को लेकर कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, “नीतीश कुमार पूरी तरह विफल हो गए हैं, प्रदेश में कोई कानून-व्यवस्था नहीं है। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वे दिनदहाड़े गरीबों के घरों में आग लगा रहे हैं और प्रशासन कुछ नहीं कर पा रहा।”
Nawada Kand: जीतन राम मांझी पर भी तंज
लालू यादव ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें मांझी ने कहा था कि “नवादा घटना में गिरफ्तार किए गए 90% लोग एक विशेष जाति के और आरजेडी समर्थक हैं।” लालू ने इस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मांझी गुमराह हो गए हैं और वह जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। लालू ने कहा, “मैं स्वयं नवादा की घटना की पूरी जांच करूंगा और देखूंगा कि वहां क्या हुआ है।”
नीतीश कुमार का बयान और प्रशासन की कार्रवाई
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना की निंदा की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने कहा, “कानून को हाथ में लेने वालों को सजा मिलनी चाहिए। राज्य में कानून का शासन कायम रहे, इसके लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।” नीतीश कुमार ने डीएम और एसपी को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने जिलों में जेलों की तलाशी लें ताकि किसी प्रकार की गैरकानूनी गतिविधि को रोका जा सके।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि इस हिंसक घटना का कारण भूमि विवाद था। पुलिस का कहना है कि घटना की सूचना मिलते ही 15-20 मिनट के अंदर पुलिस मौके पर पहुंच गई थी और फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया गया। इस दौरान, नवादा और नालंदा जिले में रातभर छापेमारी कर मुख्य आरोपी नंदू पासवान समेत 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से तीन देसी कट्टे और कुछ खोखे बरामद किए हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
नवादा कांड ने राज्य की राजनीति को गर्मा दिया है, जहां विपक्ष ने सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। लालू प्रसाद यादव ने इसे सरकार की विफलता करार दिया है, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे गंभीरता से लेते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस घटना ने बिहार की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर एक बार फिर से बहस छेड़ दी है और आगामी चुनावों से पहले यह एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।