गुमला: रायडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शनिवार को टीबी मुक्त अभियान के तहत 51 टीबी मरीजों को पोषण किट का वितरण किया गया। इस मौके पर समाजसेवी अधिकारियों ने मरीजों को निजी खर्च पर गोद लेकर पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिविल सर्जन डॉ. नवल कुमार थे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रधान हँसक, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. गणेश राम और जिला कार्यक्रम प्रबंधक जया रेशमा खाखा मौजूद रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ. नवल कुमार ने कहा कि टीबी मरीजों के लिए पौष्टिक आहार अत्यंत आवश्यक है। सरकार की ओर से मुफ्त दवा और जांच की सुविधा दी जा रही है, साथ ही पोषण योजना के तहत आर्थिक सहायता भी प्रदान की जा रही है। लेकिन यह राशि सीमित है, इसलिए प्रधानमंत्री के ‘निश्चय मित्र’ अभियान के तहत समाजसेवियों को आगे आकर टीबी मरीजों को गोद लेना चाहिए और उन्हें पौष्टिक आहार उपलब्ध कराना चाहिए। डॉ. कुमार ने प्रखंड विकास पदाधिकारी से अपील की कि जिन मरीजों को अब तक निश्चय मित्र नहीं मिला है, उनके लिए भी विशेष पहल करें।
प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रधान हँसक ने कहा कि मरीज नियमित रूप से दवा का सेवन करें और स्वास्थ्य केंद्र के निर्देशों का पालन करें। प्रखंड प्रशासन उनकी हरसंभव सहायता करेगा। जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. गणेश राम ने कहा कि टीबी को जड़ से मिटाने के लिए समाज के हर वर्ग को आगे आना होगा। वहीं, जिला कार्यक्रम प्रबंधक जया रेशमा खाखा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग टीबी उन्मूलन के लिए लगातार प्रयास कर रहा है और इसमें जनता की सक्रिय भागीदारी अत्यंत आवश्यक है।
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प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक विकी केसरी ने कहा कि सामाजिक जागरूकता ही इस बीमारी के खात्मे की कुंजी है। वहीं एसटीएस सुश्री अलका रानी तिर्की ने भी समाज के सभी वर्गों से सहयोग की अपील की।
कार्यक्रम के दौरान सभी टीबी मरीजों का बीपी, शुगर, वजन, पल्स, एचआईवी और हीमोग्लोबिन की जांच भी की गई।
इस अवसर पर डीपीसी विनय गुप्ता, पवन कुमार सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। सभी मरीजों को पोषण किट प्रदान कर उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की गई।