Dhanbad: बीसीसीएल कतरास क्षेत्र चार के अंतर्गत आने वाले केशवपुर हाउस स्थित कुम्हार बस्ती के निवासियों ने शुक्रवार को धनबाद उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर सुरक्षित पुनर्वास की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। स्थानीय निवासियों, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं, ने बताया कि वे पिछले आठ दशकों से इस क्षेत्र में रहकर पारंपरिक मिट्टी के बर्तन बनाकर अपनी आजीविका चला रहे हैं, लेकिन अब परियोजना विस्तार और खनन कार्यों के चलते उनका जीवन संकट में पड़ गया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि क्षेत्र में कार्यरत मां अंबे आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा परियोजना विस्तार के लिए दिन-रात हैवी ब्लास्टिंग की जा रही है। इससे बस्ती के घरों में दरारें आ गई हैं और जमीन के धंसने का खतरा बना हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि 3 जनवरी 2025 और 11 मई 2025 को बस्ती में दो बार भू-धसान की घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
महिलाओं ने उपायुक्त से मिलकर कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में बस्ती में रहना बेहद खतरनाक हो गया है। प्रदूषण और बार-बार होने वाले भू-धसानों के चलते कई लोग बीमार हो रहे हैं। उन्होंने मांग की कि उन्हें जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर पूर्ण रूप से पुनर्वासित किया जाए।
स्थानीय महिलाओं ने बताया कि खान सुरक्षा नियमों की लगातार अनदेखी की जा रही है, जिससे पर्यावरण और जनजीवन दोनों पर गंभीर असर पड़ा है। बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर इसका गहरा असर पड़ रहा है।
इस दौरान उपायुक्त ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और जल्द ही क्षेत्र का दौरा कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया जाएगा। साथ ही पुनर्वास की प्रक्रिया को गति देने का भी भरोसा दिलाया गया।
ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि वे उनकी समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई करें, ताकि उन्हें भय और असुरक्षा के माहौल से मुक्ति मिल सके और वे सुरक्षित वातावरण में जीवन यापन कर सकें।